अपने गिरेबां में झांके मोदी-मनीष तिवारी का पीएम पर फिर तीखा हमला

मौजूदा राजनीति में बयान-बहादुरों की किसी भी पार्टी में कोई कमी नहीं है,चाहे वो बीजेपी यां कांग्रेस जैसी राष्ट्रीय दल हो यां फिर कोई क्षेत्रिय दल । अकसर अपने बयानों को लेकर विवादों में रहने वाले कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने फिर पीएम मोदी पर अपनी भड़ास निकाली है। दरअसल बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बेठक के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनवाने के साथ विपक्ष को निशाने पर लिया। जेटली ने विपक्ष द्वारा आलोचना करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले शब्दों पर ऐतराज़ जताते हुए कहा कि बिना स्पश्ट कारणों के कड़े शब्दों का इस्तेमाल कोई विकल्प नहीं हो सकता।
अरुण जेटली के विपक्ष पर आरोपों और उपलब्धियों के दावों प्रतिक्रिया देते हुए मनीष तिवारी ने तीखे तेवर दिखाए। न्यूज़ नॉलेज मास्टर के अरुण जेटली के कड़े शब्दों के इस्तेमाल किए जाने पर जेटली की नसीहत पर जब सवाल पूछा तो तिवारी ने प्रधानमंत्री को उल्टे अपनें गिरेबां में झांकनें की नसीहत दे डाली। मनीष तिवारी ने कहा कि पिछले एक दशक के दौरान मोदी ने किस भाषा का इस्तेमाल किया है। तिवारी ने प्रधानमंत्री पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि एक समुदाय विशेष के लिए मोदी ने पप्पी( कुत्ते का पिल्ला) शब्द का इस्तेमाल तक किया था। तिवारी यहीं नहीं रुके उन्होने कहा कि 50 करोड़ की गर्ल फ्रेड जैसे शब्दों का इस्तेमाल किसने किया ये बताने की ज़रुरत नहीं है।
यह पहली बार नही है कि मनीष तिवारी ने पीएम पर इस तरह से निशाना साधा है। इसी महीने की 17 सितंबर को तो मनीष तिवारी ने अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री के लिए ऐसे शब्द(गाली) का इस्तेमाल किया था।मनीष तिवारी के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। मनीष तिवारी की ज़ुबान अकसर बेकाबू हो जाती है। अन्ना हज़ारे पर भी उन्होनें तीखा हमला किया था। लेकिन बाद में उन्होनें अपने बयान पर खेद जता दिया था।
बहरहाल तिवारी ने एनडीए सरकार का मुल्यांकन 5 बिन्दुओं पर करते हुए मोदी सरकार के 40 महीने के कार्यकाल को विफल करार दिया। तिवारी ने कहा साम्प्रदायिक सोहार्द,आन्तरिक सुरक्षा,राजनैतिक स्थिरता,अन्तराष्ट्रीय नीति जैसे तमाम मोर्चों पर सरकार फेल रही है। उन्होने के कहा कि देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है,पूर्वतर और कश्मीर के हालात खराब हैं। अरुण जेटली के मोदी सरकार के कार्यकाल में किसी तरह का भ्रष्टाचार न होने के दावे को गलत करार देते हुए कहा कि सरकार द्वार की गई नोटबंदी ही अपने आप में एक बड़ा घोटाला है। मनीष तिवारी ने निशाना साधते हुए कहा कि सरकार द्वारा हर किसी के खाते में डाले जाने वाले 15 लाख रुपये कहां हैं। तिवारी ने कहा मोदी की सरकार भाषण से प्रशासन करने वाली सरकार है।

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