अमुल और मदर डेयरी का दूध जांच में हुआ फेल ! जानिए क्या कहते है दिल्ली के स्वास्थ मंत्री
न्यूज नॉलेज मास्टर(NKM),न्यू दिल्ली,मदर डेयरी और अमूल का दूध जांच में फेल हो गया है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने इस बात की जानकारी दी कि अमूल और मदर डेयरी का दूध तय मानकों पर खरा नहीं उतरा है.सत्येन्द्र जैन के मुताबिक दूध में मिलावट पाई गई है। दोनों ब्रांड के दूध में वसा और दूसरे घटक की मात्रा का निर्धारित स्तर नहीं पाया गया.हालांकि सत्येंद्र जैन ने ये भी माना कि लिए जिन नमूनों। की जांच की गई वो दूध असुरक्षित नहीं था,लेकिन तय किए गये मानको पर भी सैंपल खरा नहीं उतरे हैं । इनमें फैट की जगह पानी मिला हुआ था। उन्होंने कहा कि वसा की मात्रा 5 फीसदी की जगह 3 फीसदी ही पाई गई । उन्होंने बताया कि पूरी दिल्ली में से जांच के लिए ब्रान्डेड और लोकल उत्पादों के 177 सैंपल इक्कटठे किए गये 165 सैंपल में से जांच किए गये 21 सैंपल में मिलावट पाई गई। स्वास्थय मंत्री ने कहा कि अब पनीर और दूसरे दुग्ध उत्पादों की जांच भी की जाएगी सत्येन्द्र जैन ने मीडिया को बताया कि घी के तीन घी के तीन सैंपल भी लिए गए थे। इनमें से एक लोकल ब्रान्ड घी असुरक्षित पाया गया।
सत्येन्द्र जैन ने कहा
इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाया गया था और मैने दूध के नमूने जांचने का निर्देश दिया था। हमने पूरी दिल्ली लोकल और ब्रांड उत्पादों के 177 नमूने लिए। जिनमें से 165 की रिपोर्ट आ चुकी है। इनमें से 21 नमूने जिनमें मदर डेयरी और अमूल भी शामिल है गुणवत्ता के पैमाने पर खरे नहीं उतरे है..इसका मतलब यह नही है कि ये असुरक्षित है।
जैन ने बताया कि पहले सिर्फ 4 फूड़ इंस्पैक्टर थे लेकिन इस अभियान के लिए 18 नये इंस्पेक्टरों ने ज्वाईन किया है जोकि प्रतिदिन फीलड़ में रहेंगे।ऐसे में ज़रुरी है कि दिल्ली सरकार राज्य में आपूर्ती किए जाने वाले दूध या दूध उत्पादों की गुणवत्ता बरकरार रखने की कौशिश करे। हालांकि दिल्ली के स्वास्थय मंत्री कहते है कि अमूल और मदर डेयरी का दूध असुरक्षित नही है फिर भी यह सरकार का दायित्व है कि दूध की गुणवत्ता से कोई समझोता नही होना चाहिए ।