जानिए कठुआ रेप कांड़ पर क्या बोले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद

न्यूज़ नॉलेज मास्टर(NKM),राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कठुआ में 8 साल की मासूम बच्ची से हुए कथित दुष्कर्म और निर्मम हत्या को शर्मनाक करार देते हुए इस घटना की तीखे शब्दों में भर्तसना की है। राष्ट्रपति कोविंद ने बच्चों के प्रति होने वाले अपराधों पर अपनी चिंता व्यक्त करतो हुए कहा है कि देश कि स्वतंत्रता के 70 वर्ष बाद इस तरह की घटनाओं का घटना दिखाता है कि हम कैसा समाज बना रहे हैं..राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द का श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय के छठे दीक्षांत समारोह में सम्बोधन में ये बाते कहीं
राष्ट्रपति ने कहा कि

मैं समझता हूं कि दुनियां में सबसे खूबसूरत चीज है, मासूम बच्चों की मुस्कान। और समाज की सबसे बड़ी सफलता है,हमारे बच्चों का सुरक्षित होना। हर बच्चे को सुरक्षा देना और उसे सुरक्षित महसूस कराना किसी भी समाज की पहली ज़िम्मेदारी होती है। देश के किसी-न-किसी कोने मेंकहीं-न-कहीं हमारे बच्चे जघन्य अपराधों का शिकार हो रहे हैं।हाल ही में एक मासूम बच्ची ऐसी बर्बरता और निर्मम हत्या का शिकार हुई है जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। और इसीलिए आज मैंने आप सबके सामने यह कहा है कि जीवन का मुख्य उद्देश्य हैं, मानवीय मूल्य। यह बहुत जरूरी हैं।


कठुआ कांड़ को शर्मनाक करार दिया

स्वतन्त्रता के 70 वर्षों के बाद भी देश के किसी भी भाग में ऐसी घटना वास्तव में शर्मनाक है। हम सभी को सोचना होगा कि हम कहां जा रहे हैं? हम कैसा समाज बना रहे हैं? हम अपनी भावी पीढ़ी को क्या दे रहे हैं? क्या हम ऐसे समाज का निर्माण कर रहे हैं जहां हमारी माँ-बहनें और बेटियाँ संविधान में निहित न्याय,समानता,स्वतन्त्रताऔर बंधुताको सही अर्थों में अनुभव कर सकें ? हम सभी की ये ज़िम्मेदारी है कि देश के किसी भी भाग में, किसी भी बेटी या बहन के साथ ऐसा न हो।

नैतिक मुल्यों और अच्छी शिक्षा व्यवस्था पर जोर देने की वकालत
अच्छी शिक्षा व्यवस्था वह है जो हर विद्यार्थी को अच्छा इंसान बनाए; एक ऐसा इंसान जिसमे दूसरों के लिए संवेदनशीलता और सम्मान हो। जो अच्छा इंसान होगा वह यदि डॉक्टर बनेगा तो एक अच्छा डॉक्टर साबित होगा, अगर इंजीनियर बनेगा तो बेहतर इंजीनियर साबित होगा। अर्थात वह जीवन के जिस भी क्षेत्र को चुनेगा, उसमे अपनी अलग छाप छोड़ेगा।

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