पीएम ने चुनावी सभाओं में कांग्रेस नेताओं की बदज़ुबानी को बनाया मुद्दा
गजरात विधानसभा चुनाव के महाभारत में सत्तापक्ष और विपक्ष ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। पीएम मोदी कांग्रेस नेताओं द्वारा उनके लिए इस्तेमाल किए जानी वाली भाषा शैली और शब्दों को चुनावी मुद्दा बनाते दिखाई दे रहे हैं। कांग्रेस के एक के बाद एक नेता पीएम के लिए जिन शब्दों का इस्तेमाल कर रहें हैं,मोदी उन अमर्यादित बयानों और शब्दों के लिए कांग्रेस को कटघरे में खडा करते हुए जनता की सहानुभूती हासिल करने की सियासी रणनीति पर चलते हुए नज़र आ रहे हैं। पीएम नरेन्द्र मोदी ने आज गुजरात के भाभर, कलोल, हिम्मतनगर और निकोल में आयोजित विशाल जन-सभाओं को संबोधित करते हुए राज्य की जनता से प्रधानमंत्री और एक गरीब के बेटे को नीच कहने वाली तथा गुजरात का अपमान करने वाली कांग्रेस को मतदान के जरिये सजा देने की अपील की। मोदी ने कहा कि गुजरात की जनता भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के अंतर को अच्छे तरीके से पहचानती है। उन्होंने कहा कि गुजरात की जनता से भाजपा को मिल रहे अपार प्यार और समर्थन से स्पष्ट है कि गुजरात में 150 से अधिक सीटों पर जीत के साथ एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने जा रही है।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस कभी भी दुःख के समय गुजरात के लोगों के साथ नहीं रही। उन्होंने कहा कि मोरबी में जब बांध टूटा था तो इंदिरा गांधी जी नाक पर रूमाल रख कर आई थीं जबकि संघ परिवार ने लोगों की सहायता के लिए दिन-रात एक कर दिया था। उन्होंने कहा कि जब लोगों पर मुसीबत का पहाड़ टूटता है तो कांग्रेस लोगों से मुंह मोड़ लेती है क्योंकि कांग्रेस को सिर्फ सत्ता से मतलब है। उन्होंने कहा कि हाल ही में जब बनासकांठा में बाढ़ आई थी तो कांग्रेस के जन-प्रतिनिधि बेंगलुरु में स्वीमिंग पूल में मौज कर रहे थे जबकि मुख्यमंत्री श्री विजयभाई रूपाणी और भाजपा के नेता बाढ़ प्रभावित आम जनता की मदद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जो दुःख में काम न आये, वह सगा ही क्यों न हो, उसे गुजरात की जनता माफ़ नहीं करेगी।
कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के ‘नीच’ वाली अभद्र टिप्पणी पर करारा प्रहार करते हुए श्री मोदी ने कहा कि ‘नीच’ शब्द का उपयोग कर कांग्रेस ने सिर्फ मोदी ही नहीं, गुजरात की 6.5 करोड़ जनता ही नहीं बल्कि देश के गरीबों और वंचितों का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के संस्कार ऐसी असभ्य भाषा की इजाजत नहीं देते, इस अपमान का जवाब गुजरात की जनता कांग्रेस को आगामी 9 और 14 दिसंबर को मतदान के जरिये देगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की श्रृंखला योजनाबद्ध तरीके से लंबे समय से निरंतर असभ्य, गरिमाहीन और निम्न स्तरीय भाषा का प्रयोग मेरे लिए कर रही है, लोकतंत्र में भाषा की मर्यादाएं हैं, इस देश के पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने वैचारिक मतभेद के चलते कभी वाणी को इस निम्न स्तर पर नहीं पहुंचाया. उन्होंने कहा कि क्या चुनाव में यही कांग्रेस पार्टी का एजेंडा है, कम-से-कम हम इस स्तर पर नहीं जा सकते?
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब मैं प्रधानमंत्री बना तो कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर पाकिस्तान गये और वहां कहा कि जब तक हम मोदी को रास्ते से नहीं हटाएंगे, तब तक दोनों देशों में संबंध अच्छे नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि मणिशंकर अय्यर पाकिस्तान में जाकर मोदी को रास्ते से हटाने की बात कर रहे थे और इसके लिए मदद की मांग कर रहे थे, क्या वे पाकिस्तान में ‘मोदी’ की सुपारी देने गए थे? उन्होंने कहा कि मेरे साथ गुजरात की 6.5 करोड़ जनता है, मुझे कुछ नहीं होने वाला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ये बताए कि मोदी को रास्ते से हटाने के लिए पाकिस्तान की मदद की जरूरत क्यों पड़ रही है? उन्होंने कहा कि कांग्रेस को ये भी बताना चाहिए कि उसका पाकिस्तान कनेक्शन क्या है, मुझे रास्ते से हटाने का मतलब क्या है?
पीएम ने कहा कि पिछले दो दिनों से कांग्रेस के शीर्ष नेता और वकील बोले जा रहे हैं, वे जो चाहते हैं उसे बताने के लिए आजाद हैं लेकिन अयोध्या मामले को वे लंबा क्यों खींचना चाहते हैं जबकि सभी लोग जल्द से जल्द इसका समाधान चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि 2019 के बाद कोर्ट में अयोध्या मामले पर चर्चा कराने की वजह बताने की बजाय वे यह कहने में मशगूल हैं कि वे किसके वकील हैं, कांग्रेस अपने इस वकील नेता को भी क्यों नहीं हटा देती।
राजकोट में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी से जुड़े एक वाकये का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मनमोहन सिंह जी की राजकोट में प्रेस वार्ता के बाद बुजुर्ग मनसुख काका ने उनसे मुलाकात की और उन्हें एक पुस्तक भेंट की जिसमें कांग्रेस की यूपीए शासनकाल के दौरान हुए सभी घोटालों का विवरण था। उन्होंने कहा कि मैं मनसुख काका को बधाई देता हूं कि उन्होंने केंद्र में भाजपा की ईमानदार सरकार के लिए ‘सच’ का साथ दिया।
मोदी ने कहा कि जब हमारी सेना ने आतंकवादियों के खात्मे को लेकर सर्जिकल स्ट्राइक की थी तो पूरे देश की जनता खुश थी, सेना का मनोबल बढ़ा था, हर हिंदुस्तानी को इसका गर्व हो रहा था लेकिन एकमात्र कांग्रेस को इससे खुशी नहीं हो रही थी बल्कि तकलीफ हो रही थी और वे हमसे इसका प्रूफ मांग रहे थे। उन्होंने डोकलाम मुद्दे की चर्चा करते हुए कहा कि जब डोकलाम में भारत और चीन की सेना आमने-सामने थी तो कांग्रेस पार्टी ने या राहुल गांधी ने हमसे बात न कर चीन से बात की, ये बताता है कि देश की समस्याओं के प्रति कांग्रेस कितनी असंवेदनशील है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गुजरात की जनता भाजपा और कांग्रेस के फर्क को अच्छी तरह जानती है। उन्होंने कहा कि गुजरात में कांग्रेस की सरकार के दौरान आये दिन कर्फ्यू लगा रहता था, हिंसा होती रहती थी लेकिन भारतीय जनता पार्टी के शासन में गुजरात में हर तरफ शांति है, क़ानून व्यवस्था सुदृढ़ है और राज्य विकास के नये आयाम स्थापित कर रहा है। उन्होंने कहा कि नागरिकों की सुरक्षा हमारी मुख्य प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का तीन तरह का स्वभाव है – योजनाओं को अटकाना, लटकाना और भटकाना। उन्होंने कहा कि नर्मदा परियोजना में कांग्रेस ने वर्षों तक रोड़े लटकाए जबकि हमने इस योजना को पूरा कर इसे राष्ट्र को समर्पित किया है। उन्होंने कहा कि नर्मदा परियोजना, सौनी परियोजना और सुजलाम-सुफलाम योजना के माध्यम से हमने गुजरात के हर क्षेत्र, हर खेत में पानी पहुंचाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि हमने किसानों के खर्चे को बचाने के लिए सोलर पंप का अभियान चलाया और आज गुजरात के सोलर पार्क पूरे देश को दिशा दिखाने का काम कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब केंद्र में सोनिया जी-मनमोहन सिंह की सरकार चल रही थी तो मैंने यूरिया को लेकर कई बार प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी को पत्र लिखा था लेकिन उसका कोई जवाब नहीं मिलता था। उन्होंने कहा कि अन्य राज्य भी यूरिया की किल्लत का सामना कर रहे थे लेकिन कांग्रेस की केंद्र सरकार के माथे पर जूं तक नहीं रेंगती थी। उन्होंने कहा कि जब मैं प्रधानमंत्री बना तो कई राज्यों ने फिर यूरिया के लिए पत्र लिखा, हमने यूरिया की नीम कोटिंग शुरू की जिससे इसकी सारी शिकायतें दूर हो गई है। उन्होंने कहा कि आज हर जगह यूरिया प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है और सारी कालाबाजारी बंद हो गई है। उन्होंने कहा कि बुलेट ट्रेन से गुजरात के लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि फलों और सब्जियों के उत्पादन में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है, दूध-धारा डेयरी से महिलायें सशक्त बनी हैं और वनबंधु कल्याण योजना से आदिवासियों को जमीन पर उनका हक़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि आदिवासियों के कल्याण के लिए यदि सबसे अधिक कार्य कहीं हुआ है तो गुजरात में हुआ है। उन्होंने कहा कि हम बच्चों की पढ़ाई, युवाओं की कमाई और बुजुर्गों की दवाई के लिए अहर्निश काम कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने जनता का आह्वान करते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी दिल्ली में जरूर बैठा है लेकिन गुजरात उसके दिल में है, आपकी समस्याओं के समाधान के लिए मैं सदैव आपकी सेवा में तत्पर हूँ। उन्होंने कहा कि मैं जब गुजरात का मुख्यमंत्री था तो आपने भारतीय जनता पार्टी को 130 सीटें दी थीं, अब जब आपने मुझे देश के प्रधानमंत्री पद पर बिठाया है तो भारतीय जनता पार्टी को 150 से अधिक सीटें आनी चाहिए।