बाबा रामदेव के बदले सुर, कटघरें में मोदी सरकार। मौका मिले तो आधी कीमत पर बेच सकते हैं पेट्रोल
न्यूज़ नॉलेज मास्टर,(NKM NEWS)मोदी सरकार को लेकर अब बाबा के सुर भी बदलने लगें हैं…जी हां हम योग गुरु बाबा रामदेव की ही बात कर रहे हैं…मोदी के सबसे बड़े शुभचितंक माने जाने वाले बाबा के सुर आखिर 2019 के चुनाव से पहले उनकी सरकार के विरोध में क्यों मुखर होने लगे हैं..बाबा रामदेव ने निजी चैनल के एक कार्यक्रम में महंगाई के मुद्दे पर मोदी सरकार पर एक बड़ा बयान दिया है…रामदेव का कहना है कि महंगाई की मांग मोदी सरकार को महंगी पड़ने वाली है…चुनावी महासंग्राम से पहले मोदी सरकार महंगाई को कम करनी पड़ेगी…बाबा रामदेव यहीं नहीं रुके उनका कहना है कि अगर उन्हें मौका मिले तो वे पेट्रोल ड़ीज़ल की कीमतों में भारी कमी कर सकते हैं…सरकार उन्हें पेट्रोल ड़ीज़ल बेचने में टेक्स की छुट दे तो वह पेट्रोल को 35 से 40 रुपये के दाम में बेच के देिखा सकते है…आखिर बाबा के इस बयान के क्या मायने निकाले जायें…क्या बाबा यह कहना चाहते है कि मोदी सरकार महंगाई के मोर्चे पर नाकाम साबित हुए है…क्या मोदी सरकार की पेट्रोल-ड़ीज़ल को लेकर नीति नाकाम साबित हुई है।
पिछले लोकसभा चुनाव में बाबा रामदेव ने मोदी को प्रधानमंत्री बनाने की कसम खाई थी..कांग्रेस की रामलीला मैदान में बदसलूकी से खफा होकर बाबा ने कहा था कि तब तक पतांजली के आश्रम में पैर नहीं रखुंगां जब तक मनमोहन सरकार की सत्ता को उखाड़ कर मोदी पीएम नहीं बन जाते…बाबा ने मोदी के प्रचार प्रसार में कोई कौर कसर नहीं छोड़ी और तन मन धन से पूरी ताकत झौंक दी। कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष को इस चुनाव में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। रामदेव की प्रतिज्ञा पूरी हुई और देश की सत्ता के सर्वोच्च पद पर मोदी काबिज़ हो गये…सत्ता में आने के बाद मोदी ने बाबा रामदेव से थोड़ी दूरी बनानी शुरु कर दी..आखिर सत्ता की कुछ मजबूरियां होती हैं…बाबा भी दूरदर्शी ठहरे..उन्होंने अब सियासत से किनारा करना शुरु कर दिया और मीडिया से भी थोड़ी दूरी बना ली…और अपना पूरा ध्यान अपने व्यापार पर केन्द्रित कर दिया…पिछले चार-साढ़े चार साल में बाबा के व्यापार में काफी इज़ाफा हुआ है…अब तो बाबा ने दूध भी बेचना शुरु कर दिया है…अब जब पेट्रोल-ड़ीजल के दाम नये नये कीर्तिमान गढ़ रहे हैं..और कीमत 80 रुपये के पार पहुंच चुकी है तो बाबा ने आधी कीमत पर पेट्रोल-ड़ीज़ल बेचने का दावा करके सब को चौंका दिया है और मोदी सरकार को एक तरह से चुनौती दे ड़ाली है कि उनकी तेल नीति फेल हो चुकी है…अगर बाबा को मौका मिले तो वह पेट्रोल डीजल को सरकार से आधी कीमत पर बेच के दिखा सकते हैं
अब सियासत हो यां व्यापार इसमें में कोई किसी का स्थाई मित्र यां शत्रु नहीं होता…सब बदलते वक्त के तराज़ु पर तौले जाने वाला नफे नुकसान के खेल का सौदा है..कल के मित्र आज शत्रु हो सकते हैं और अाज के शत्रु कल अच्छे मित्र बन सकते हैं…बाबा रामदेव मोदी सरकार की महंगाई की नीति को कटघरे में खड़ा करके अपनी छवि को बदलने की कवायद में लगे है…बाबा ठहरे कॉरप्रेट जगत से उन्हे इस बात का अहसास भली भांति है कि जनता के मिजाज़ और हवा के रुख का कब बदल जाये पता नहीं चलता..अब व्यापार में तो सबसे बड़ा धर्म नफा ही है…बाकि बाबा यह भी कहते है कि वह पैसे के पीछे नही भागते बल्कि पैसा उनके पीछे भागता है।