सांसद महेशगिरी के 108 कुण्डलीय बगलामुखी यज्ञ से सत्ता में फिर पहुंचेगी बीजेपी ! जानिए क्या कहते हैं,यज्ञ के रणनीतिकार पंडित चन्द्रमणी मिश्रा।
न्यू दिल्ली,न्यूज़ नॉलेज मास्टर(NKM),बीजेपी सांसद महेश गिरी इन दिनों राष्ट्र रक्षा महायज्ञ के आयोजन में जुटे हुए हैं…इस महायज्ञ का आयोजन मार्च महीने की 18 से 25 तारीख तक किया जा रहा है..सियासत के जानकार इस यज्ञ के आयोजन को बीजेपी के 2019 के लोकसभा चुनाव से जोड़ कर देख रहे हैं…राजनैतिक पंडितों की मानें तो यह यज्ञ बीजेपी के आगामी लोकसभा चुनाव मास्टर प्लान का एक हिस्सा है…जिसके तहत देश के हिन्दु वोट बैंक का ध्रुवीकरण है..बीजेपी ने इसकी जिम्मेदारी महेश गिरी को दी है । इसके लिए महेश गिरि के घर 15 महादेव रोड़ में ही एक विशेष ऑफिस भी बनाया है…यह ऑफिस बेहद खूबसूरत टैंट के रुप में हैं…घर के प्रांगन में एक बड़ा टैंट लगा है जिसमें एक प्रोजेक्टर लगाया गया है…इसमें तकरीबन डेढ़ दो सौ लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है…इस टैंट में एक छोटा सा मंदिर भी बनाया गया है..जिसमें पूजा अर्चना के लिए कुछ पंड़ितो की व्यवस्था भी की गई है..यहां पर आने जाने वालों के लिए चाय नाश्ते की अच्छी व्यवस्था की गई है… इस बड़े पंड़ाल के सामने टैंट के छोटे छोटे केबिन बनाये गये है….सुबह से लेकर शाम तक महेश गिरी के घर आने जाने वाले लोगों का तांता लगा रहता है…यज्ञ के सफल आयोजन के लिए अलग अलग वर्गों को लोगों से मीटिंगों का दौर जारी है…हम बता दे कि इस यज्ञ के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभने वाले शख्स हैं पंडित चन्द्रमणि मिश्रा….मृद-भाषी पंडित चन्द्रमणि मिश्रा यहां कि हर व्यवस्था को देख रहे हैं..सुबह से लेकर शाम तक राजनैतिक,व्यापारिक और प्रॉफेश्नलस इत्यादि वर्ग से मिलने का काम पंडित जी ही कर रहे हैं…इस यज्ञ के आयोजन के पीछे सियासी गलियारों में जो चर्चा चल रहा है..उसकी हकीकत जानने के लिए हम सांसद महेशगिरी के आवास पर पहुंचे जहां हमारी मुलाकात पंड़ित चन्द्रमणि और सांसद महेशगिरी से हुई है।
न्यूज़ नॉलेज मास्टर(NKM) से खास बातचीत में महेश गिरी कहते हैं कि,
मां परम्बा बगलामुखी राजव्यवस्था की देवी है..शत्रु विनाश्नि है… देश में जब भी कोई संकट आता है यां किसी व्यकित पर कोई संकट आता है तो मां बगलामुखी की आराधना की जाती है..उनसे प्रार्थना की जाती है…आज देश में जिस तरह से जातिवाद,आतंकवाद के संकट से गुज़र रहा है… और देश से बाहर की षडयंत्रकारी शक्तियां आक्रमण कर रही हैं..ऐसे समय में ही मां पारम्बा बगलामुखी की आराधना और उनका आह्वान करने की आवश्यक्ता है।राष्ट्र की सुरक्षा और सम्पन्नता के लिए राष्ट्र रक्षा महायज्ञ रखा गया है। यज्ञ हमारे शत्रु के विनाश के लिए है चाहे वह भीतरी शत्रु हो या बाहरी शत्रु जो भी देश का बुरा चाह रहा है उनका इस यज्ञ से विनाश होगा। देश की जनता इस यज्ञ में हिस्सा लेगी. इन मंत्रों के उच्चारण से देश की सुरक्षा व्यवस्था , महिला सुरक्षा, पर्यावरण रक्षा जैसे संकल्प पूरे होंगे.
वेद वंदना और राष्ट्रवंदना साथ साथ होगी
महेशगिरि कहते हैं मंत्रों में देवीय शक्ति होती है,फिर यज्ञ सकारात्मक उर्जा सबके अंदर लायेगा..यह यज्ञ किसी एक व्यक्ति के प्रयास से नहीं बल्कि सब के प्रयासों से होगा…धर्म के साथ साथ इस यज्ञ से राष्ट्र का जागरण भी होगा क्यंकि हम देश के हर नागरिक से कह रहे हैं कि आप संकल्प के लिए आगे आयें…और यज्ञ में आहुति दें…सेना को साथ में रखकर मनोबल बढ़ानें की बात कही जा रही है..चार सीमाओं और चार धाम की जल मिट्टी लाकर यज्ञ कुण्ड बनाया जा रहा है..इसमें वेद वंदना और राष्ट्रवंदना साथ साथ होगी
पंडित मणीशंकर मिश्रा से विशेष बातचीत
पंडित चन्द्रमणी कहते हैं :
यह यज्ञ योगिनि पीठ के द्वारा आयोजित सदगुरु शिवकुमार जी के तत्वाधान में 108 कुण्डलीय राष्ट्र रक्षा महायज्ञ में 1111 विद्वान सवा दो करोड़ मंत्रो का उच्चारण करेंगे..इस यज्ञ में भाग लेने वाले लोगों,पूरे भारत में रहने वाले लोगों और हमारी सीमाओं पर तैनात सैनिकों की देवी शक्ति रक्षा करेगी और भारतवासियों में देश भक्ति की भावना जागृत होगी…वेद वंदना और राष्ट्र वंदना का स्वर एक साथ लाल किले के मैदान से गूंजेगा…पूरे विश्वभर में भारत की गौरवमयी पताका का परचम लहरायेगा…यह इस यज्ञ का उद्देश्य राष्ट्र निर्माण में बाधक आंतरिक और बाहरी शक्तियों के विनाश के लिए माता बगुलामुखी का आह्वान किया जाता है जो विद्रोहियों का दमन करती है तांकि राष्ट्र निर्माण में बाधक कंटको का विनाश हो सके।
बहरहाल यह यज्ञ बीजेपी के मास्टर प्लान का हिस्सा है यां फिर महेशगिरी स्वयं ही इस यज्ञ का आयोजन कर रहे हैं कहना मुश्किल है लेकिन एक बात साफ है कि यह यज्ञ कितना महत्वपूर्ण है इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यज्ञ के लिए जल-मिट्टी लाने वाले रथ को हरी झंड़ी गृहमंत्री राजनाथ ने दिखाई है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ देश की नामी हस्तियां इस यज्ञ का हिस्सा हो सकती हैं।