साइकिल पर इंफाल से दिल्ली पहुंचे एक बेटे को पूर्व मेयर सरिता चौधरी ने किया सम्मानित

न्यूज़ नॉलेज मास्टर(NKM),इसे विडंबना ही कहेंगे कि जिस देश में बेटियां कंजक के रुप में पूजी जाती हैं उसी देश में बेटियां कोख में ही कत्तल कर दी जाती है। आये दिन बच्चियों और महिलाओं के रेप और हत्या की मीडिया में खबरें इंसानियत को शर्मसार करती हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री द्वारा चलाये जाने वाले बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अभियान से प्रभावित होकर एक बेटा लोगों को जागरुक करने के लिए साइकिल से सड़क पर निकला है। यह 20 वर्षीय युवा है मणिपुर का एक छात्र जिमोवि जिन्थोम जो लगभग ढाई हज़ार किलोमीटर की साइकिल से यात्रा करके इंफाल से दिल्ली 23 दिन में पुहंचा है। पीएम की बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओं योजना से प्रभावित होकर मैनें इस अभियान में कुछ करने की ठानी है। जिमोवि कहते है कि जब रेप जैसी घटनाओं के बारे में वो समाचार पढ़ते हैं तो मेरा मन बहुत दुखी होता है। दिल्ली बीजेपी के प्रदेश कार्यलय में दक्षिण दिल्ली की पूर्व मेयर और बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओं की कॉर्डिनेटर नें इस युवा ने मुलाकात कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने की इच्छा जताई।
सरिता चौधरी का कहना है कि

इस युवा छात्र के हौंसले को सलाम जो कई कठिनाईयों का सामना करके साईकिल से इतनी दूरी तय करके पहुंचा है…मैं और बीजेपी दिल्ली की प्रदेश ईकाई जिमोवि की प्रधानमंत्री से मिलने में पूरी मदद करेंगे
अगर हर बेटे की सोच ऐसी हो जायेगी तो देश में रेप जैसी घटनाओं पर लगाम लग जायेगी।

उन्होंने कहा कि बेटे और बेटी में कोई भेद नहीं होना चाहिए। बेटों को भी संस्कार दिए जाने चाहिए कि वो महिलाओं और लड़कियों का सम्मान करे
पूर्व मेयर सरिता चौधरी का कहना है कि

रेप जैसी घटनाओं पर राजनीति नही की जानी चाहिए। गाजीपुर के एक मद्रसे में एक बच्ची के साथ हुई रेप की वारदात का हवाला देते हुए सरिता चौधरी ने कहा कि कठुआ रेप कांड़ को लेकर जिस तरह से राजनीति हुई वो दुर्भाग्य पूर्ण है। रेप पीडित किसी भी महिला या बच्ची से कुकर्म करने वाले को मज़हब के चश्मे से देखना उचित नहीं है। वो किसी भी धर्म से क्यों न हों वो समाज और कानून का अपराधी है ।

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