“सिख दंगो के दोषी को कोर्ट में क्यों जड़ा थप्पड़ ” अकाली विधायक सिरसा ने बताई यह वजह

न्यूज़ नॉलेज मास्टर (NKM NEWS), दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव और अकाली विधायक मनजिन्दर सिंह सिरसा ने कल पटियाला हाउस कोर्ट में सिख दंगे के दोषी को थप्पड़ मारने पर अपना पक्ष रखा। सिरसा ने कहा कल कोर्ट रूम के बाहर निकल रहे दोषियों के समर्थकों तथा दोषी पर उनकों उकसाने का आरोप लगाया। सिरसा ने कहा कि कांग्रेस के गुंडों का व्यवहार नहीं बदला है…वे सोचते हैं कि उनकों सजा कैसे हो सकती है। पहले उन्होंने मुझे 1984 भूलने के बारे तंज कसा और उकसाया..सिरसा ने कहा जिसकी वजह से मैंने गुस्से में यशपाल को चांटा मार दिया। सिरसा ने अपने गुस्से को सिख कौम की भावना के तौर पर परिभाषित करते हुए कहा कि सिखों को तंज कस कर यह जताया जा रहा है कि जैसे सिखों ने कोई गलती की हो।

सिरसा ने कहा कि

मुझे अपने किये पर कोई पछतावा नहीं है। अगर उनकों 8 हजार सिखों को मारने का पश्चाताप नही है तो मुझे भी चांटा मारने का कोई अफसोस नहीं है.. यह तंज मेरे पर नहीं बल्कि पूरी सिख कौम पर था। क्योंकि यह लड़ाई हम देश एवं कौम के लिए लड़ रहे हैं… कांग्रेस के गुंडों ने मां-बहन की गालियाँ मुझे नहीं निकाली बल्कि सारे सिखों को निकाली है। देश-विदेश में बैठे हर सिख को असहाय समझने की गुस्ताखी हुई है। अगर कांग्रेस के गुंडे यही व्यवहार जारी रखेंगे तो हम हजार बार संयम खोयेंगे।

वरिष्ठ वकील एच.एस. फूलका द्वारा कल सिरसा के व्यवहार की निंदा करने वाले दिये गये ब्यान पर प्रतिक्रिया करते हुए सिरसा ने कहा कहा कि

फूलका तथा सहरावत की बोली एक जैसी है, यही लाईन कल केजरीवाल की भी होगी। दोषियों को आम आदमी पार्टी दोषी नहीं मान रही। यह वही है जो कल तक सिखों को इन्साफ दिलवाने के वायदे करते थे। आज केजरीवाल क्यों नहीं बोल रहे। क्या केजरीवाल के मुँह में फैवीकोल लगी है।

जी.के ने साधा केजरीवाल,कैप्टन और सिद्धू पर निशाना

कमेटी अध्यक्ष मनजीत सिंह जी.के. एवं सिरसा ने कमेटी दफ्तर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह, कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू एवं आप के विधायक देवेन्द्र सहरावत के कथित सिख प्रेम पर भी सवाल उठाये।

जी.के. ने कहा कि 1984 याद करवाने के बहाने सिरसा को चिढ़ाने की हुई कोशिश की वो निंदा करते हैं। 34 वर्ष बाद भी अल्पसंख्यक सिख समुदाय को इन्साफ लेने से रोकने के मंसूबे बनाये जा रहे हैं। 2 सिखों के कत्ल के दोषी अदालत द्वारा करार दिये गये नरेश सहरावत और यशपाल सिंह को गलत फंसाने के बारे सहरावत द्वारा दिये गये ब्यान पर केजरीवाल को बोलने की नसीहत देते हुए जी.के. ने कहा कि सहरावत ने जाति कार्ड फेंक कर कातिलों को संरक्षण देने की कोशिश की है। इस मामले पर केजरीवाल का क्या स्टैंड है उसे स्पष्ट करना चाहिये। महिपालपुर मामले में पंजाब से आकर दिल्ली में गवाही देने वाले 3 भाईयों को डराने एवं 1984 जैसा माहौल बनाने के लिए कांग्रेस समर्थकों द्वारा कोर्ट रूम के बाहर बदसलूकी करने का भी दावा किया।

आज पटियाला हाउस कोर्ट में कांग्रेसी नेता सज्जन कुमार के खिलाफ बेधड़क गवाही देने वाली महिला चाम कौर की तारीफ करते हुए जी.के. ने कहा कि चाम कौर ने सज्जन की धमकियों तथा लालच को दरकिनार करते हुए उसके वकीलों की फौज द्वारा बातों में उलझाने की गई कोशिश को नाकाम कर दिया है। चाम कौर ने उस समय सज्जन पर भीड़ को भड़काने तथा उसका नेतृत्व करने का आरोप लगाया। जी.के. ने शिरोमणी अकाली दल द्वारा 2009 में सज्जन एवं जगदीश टाईटलर की टिकटें कटवाने के बाद मौजूदा केंद्र सरकार से एस.आई.टी. बनवाकर इन्साफ की लकीर को मजबूत करने के लिए किये गये कार्यो की जानकारी दी।

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