दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने औरंगज़ेब लेन का नाम बदलकर डा. ए.पी.जे अब्दुल कलाम करने की मांग की
नई दिल्ली 12 फरवरी: दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) ने औरंगजेब लेन का नाम बदलकर डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम रखने की अपील की है। DSGMC द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कमेटी के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका ने जानकारी दी । उन्होंने कहा कि नई दिल्ली नगर परिषद (एनडीएमसी) से औरंगजेब लेन का नाम बदलकर डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम लेन करने की अपील की थी जिस प्रस्ताव को उन्होंने स्वीकार कर लिया है और इस मामले में आगे की उचित कार्रवाई के लिए मामले को संबंधित समिति को भेज दिया है।
कालका ने आगे बताया कि
औरंगजेब रोड का नाम बदलकर पहले ही डॉ एपीजे अब्दुल कमल रोड कर दिया गया है लेकिन औरंगजेब लेन का नाम अभी तक नहीं बदला गया है। इसलिए दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने औरंगज़ेब लेन का नाम बदलकर महान वैज्ञानिक व भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के नाम पर करने की मांग की क्योंकि रोड का नाम बदलकर पहले ही डा. ए.पी.जे अब्दुल कलाम कर दिया गया था मगर लेन का नाम नहीं बदला गया जबकि दिल्ली में जितने भी रोड और लेन हैं दोनों के नाम एक ही हैं फिर औरंगज़ेब लेन का नाम क्यों नहीं बदला गया?
डीएसजीएमसी के महासचिव जगदीप सिंह कहलों ने कहा कि
औरंगजेब एक तानाशाह था जिसने लाखों निर्दाेष भारतीयों का जबरन धर्म परिवर्तन कराया तथा उन पर अत्याचार किया। आखिर हम अपनी आने वाली पीढ़ी को किस तरह का संदेश देना चाहते हैं कि हम ऐसे क्रूर शासक के नाम पर एक गली समर्पित करके उनका सम्मान करते रहे और वह भी भारत की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में। यह हर भारतीय के लिए बेहद शर्मनाक और असहनीय है।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अल्पसंख्यक सेल के अध्यक्ष स. जसविंदर सिंह जोली दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी की ओर से एनडीएमसी के समक्ष इस मामले को उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।