राजेंद्र नगर विधानसभा उपचुनाव में BJP प्रत्याशी राजेश भाटिया ने बताई हार की जो बड़ी वजह..सुनकर आप हो जाएंगे…
न्यूज़ नॉलेज मास्टर ,NKM NEWS,राजेंद्र नगर विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को शिकस्त का सामना करना पड़ा है । आम आदमी पार्टी के दुर्गेश पाठक ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी राजेश भाटिया को 11हज़ार 555 मतों से हराकर जीत हासिल दर्ज की और AAP ने राजेंद्र नगर विधानसभा उपचुनाव में हैट्रिक लगा दी है । अब इन उपचुनावों में जब पार्टी और पार्टी नेतृत्व हार के कारणों पर विश्लेषण करेंगे तब करेंगे लेकिन भारतीय जनता पार्टी के राजेंद्र नगर से प्रत्याशी राजेश भाटिया ने एक बड़ी बात कही दी है ।
राजेंद्र नगर विधानसभा उपचुनाव में हार के बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी राजेश भाटिया ने एक सन्देश जारी कर जहां पार्टी नेतृत्व, कार्यकर्ताओं और मीडिया के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया है वहीं उन्होंने आम आदमी पार्टी पर गंभीर आरोप लगा दिया है ।
भाटिया का कहना है कि आम आदमी पार्टी ने राजेंद्र नगर विधानसभा उपचुनाव में मतदाताओं को डरा धमका कर वोट हांसिल किये हैं । जी हां भाटिया ने यह आरोप आम आदमी पार्टी पर लगाया है । भटिया की माने तो AAP कार्यकर्ताओं ने दुर्गेश पाठक के पक्ष में लोगों को वोट डालने के लिए मजबूर किया है । राजेश भाटिया ने कहा कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने घर-घर ,गली मोहल्ले में जाकर लोगों को धमकाया और कहां कि अगर आम आदमी पार्टी को वोट नहीं दी तो क्षेत्र का विकास नही होगा और क्षेत्र वासियों को सभी जन सुविधाओं से वंचित रहना पड़ेगा । ऐसे में भटिया कहते हैं कि आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं के लोगों को डराने धमकाने की वजह से दुर्गेश पाठक के पक्ष में मतदान हुआ है
राजेश भाटिया ने यह भी कहा कि राजेंद्र नगर विधानसभा उपचुनाव अपने आप में एक ऐतिहासिक चुनाव है क्योंकि यहां पर चुनाव आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी के चेहरे पर नहीं लड़ा गया बल्कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नाम पर लड़ा गया । उन्होंने कहा कि इस उपचुनाव के अंदर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चार -चार बार चुनाव प्रचार करने के लिए आना पड़ा जबकि दिल्ली में सरकार बनने के बाद वह एक बार भी राजेंद्र नगर क्षेत्र में उनका आना नही हुआ।
राजेश भाटिया ने कहा कि वह 2012से 2017 तक राजेंद्र नगर के वार्ड से ही निगम पार्षद रहे और उन्हें अपने वार्ड सेइस उपचुनाव मे अपार जनसमर्थन मिला। यह इस बात को सिद्ध करता है कि लोगों का विश्वास आज भी उन पर बरकरार है । भाटिया ने कहा कि बेशक वह चुनाव हार गए हैं लेकिन बावजूद इसके वह जन सामान्य की सेवा करते रहेंगे ।