‘द वायर’ पर बीजेपी का फायर, वेबसाइट पर 100 करोड़ मानहानि का आपराधिक मुकदमा दर्ज करेंगे जय शाह
नई दिल्ली- मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की कंपनी का टर्नओवर 16 हजार गुना बढ़ जाने की वेबसाइट द वायर पर आई खबर के बाद दिल्ली की सियासत का तापमान बढ़ गया है। वेबसाइट पर खबर छपने के बाद देश के सबसे ताकतवर नेता अमित शाह के बेटे जय शाह सुर्खियों में आ गये हैं। वेबसाईट की खबर को बीजेपी ने सिरे से खारिज करते हुए अमित शाह की छवि को धूमिल करने की साजिश करार दिया है। केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने पूरे मामले में अमित शाह और उनके बेटे का बचाव करते तीखी प्रतिक्रिया व्यकत की है. गोयल ने कहा कि- वेबसाइट ने झूठी और गलत खबर दिखाई है. अमित शाह की छवि खराब करने के लिए ऐसी खबर दिखाई गई. गोयल का कहना है कि इस मामले में द वायर के मालिक, संपादक और पत्रकार के खिलाफ सौ करोड़ का आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया जाएगा.
पीयूष गोयल ने प्रेस कांफ्रेंस कर तमाम आऱोपों पर सफाई देते हुए कहा कि जय शाह ने अपनी कंपनी टेंपल इंटरप्राइजेस के लिए कानूनों के मुताबिक लोन लिया था. चूंकि उन्हें बैंक लोन नहीं मिला, लिहाजा जय शाह ने अनसिक्योर्ड लोन लिया था.
आखिर क्या लिखा था द वायर ने ?
द वायर न्यूज वेबसाइट ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि रजिस्ट्रार आफ कंपनीज यानी आरओसी से प्राप्त दस्तावेजों के मुताबिक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की कंपनी की बैलेंस शीट में बताया गया है कि मार्च 2003 से लेकर मार्च 2014 तक की अवधि में जो कंपनी घाटे में थी, वहीं कंपनी नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद टर्नओवर में 16 हजार गुना बढ़ोतरी कर लेती है. रिपोर्ट में कहा गया कि साल 2014-15 के दौरान जय शाह की कंपनी को कुल 50 हजार रूपए की आमदनी पर 18 हजार 728 रूपए का फायदा हुआ था, लेकिन 2015-16 के वित्त वर्ष के दौरान जय की कंपनी का टर्नओवर लंबी छलांग लगाते हुए 80.5 करोड़ रूपए का हो गया. यह 2014-15 के मुकाबले 16 हजार गुना ज्यादा है. जय शाह की कंपनी टेम्पल इंटरप्राइजेस के टर्नओवर बढ़ने की वजह 15.78 करोड़ रूपए का अनसिक्योर्ड लोन है, जिसे राजेश खंडवाल की फाइनेंशियल सर्विसेज ने उपलब्ध कराया है. राकेश खंडवाला बीजेपी के राज्यसभा सांसद और रिलायंस इंडस्ट्रीज के टॉप एग्जीक्यूटिव परिमल नथवानी के समधी हैं.
इधर द वायर के खबर पोस्ट किए जाने के बाद कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि- ऐसा लगता है कि 2014 में सरकार बदलने के साथ अमित शाह के बेटे की किस्मत बदल गई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के किसी नेता पर दस लाख की गड़बड़ी के आरोप क्यों ना हो, उनके पीछे सीबीआई, ईडी लगा दिया जाता है. हिमाचल के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर ही कितने केस चालू कर दिए गए. सिब्बल ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या देश के प्रधान सेवक इस मामले में अपना मुंह खोलेंगे? कपिल सिब्बल ने पूरे मामले की जांच की मांग करते हुए कहा कि गड़बड़ी हुई है या नहीं ये तो जांच में पता चलेगा.
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस मामले बीजेपी सरकार पर हमला किया है. राहुल ने अपने आधिकारिक ट्वीटर अकाउंट पर इस खबर को शेयर करते हुए लिखा, ‘आखिरकार हमने नोटबंदी के एकमात्र फायदेमंद शख्स की खोज कर ली, ये आरबीआई नहीं है, ये कोई गरीब भी नहीं है और ना ही किसान है. ये डेमोक्रेसी के शाह-इन-शाह हैं। जय अमित।’