फिर टलेगा MCD मेयर चुनाव ! मंडराए शंकाओं के बादल, चुनाव पूर्व रात्रि पीठासीन अधिकारी को AAP ने लिखा पत्र तो भाजपा प्रवक्ता ने उठाये सवाल, कल मचेगा बवाल
संदीप शर्मा
दिल्ली नगर निगम के मेयर के चुनाव की तारीख 6 फरवरी तय की गई है…तो क्या दिल्ली को कल मेयर मिल जायेगा । दो बार चुनाव पहले ही मुलतवी हो चुका है । नव वर्ष की 6 जनवरी और फिर 24 जनवरी की तारीख को हुआ तमाशा निगम इतिहास के काले पन्नों में दर्ज हो चुका है । जनवरी महीने की ये दो तारीखें हमारे जनप्रतिनिधियों की संवेदनहीनता चेहरे की जीवन्त मिसाल के रुप मे याद रखी जायेंगी। देश की राजधानी दिल्ली की सबसे ऊंची इमारत कहे जाने वाले श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविक सेन्टर के सभा कक्ष में बौने जनप्रतिनिधियों के आचरण की निर्लज्ज तसवीरें दिल्ली के मतदाताओं और लोकतंत्र को जिस तरह मुंह चिढ़ा रही थी क्या उसे निगमकर्मी और आम जनता भुला पाएगी । दिल्ली नगर निगम के कर्मचारी और दिल्ली के मतादाता एक बार फिर 6 फरवरी को होने वाला तमाशा देखने को तैयार बेठे हैं..चंद घंटे बचे है लेकिन ऐसे आसार नज़र नही आ रहे कि सभाकक्ष में सामान्य रुप में शांति से चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न हो जाये। कल की बेठक में भी हंगामे के आसार बने हुए हैं । वजह दिल्ली की सियासी आसमान में शंकाओं का बादल मंडरा रहे हैं।
AAP ने लिखा पीठासीन अधिकारी को पत्र लिख अपनी शंकाओं से करवाया अवगत
आम आदमी पार्टी ने पीठासीन अधिकारी को एक पत्र लिखकर मेयर चुनाव में एलड़रमेन के वोटिक राइट पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए भाजपा की मंशा पर अपनी शंका ज़ाहिर की है,वहीं कानूनी प्रवाधानों का भी हवाला दिया है । अपने पत्र में आप ने भारतीय संविधान के आर्टीकल 243 R का हवाला देते हुए दिल्ली नगर निगम एक्ट 1957 की धारा 3 ib को आधार बनाते हुए कहा है कि एल्डरमैन को इन चुनावो में मतदान का अधिकार नही है ।
AAP के पत्र की विश्वसनीयता पर भाजपा प्रवक्ता ने उठाए सवाल
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने पीठासीन अधिकारी को लिखे गये इस पत्र की विश्वसनीयता पर ही सवाल खडे कर दिये हैं उनका कहना है कि इस पत्र पर किसी के हस्ताक्षर नही है और जिस सूची को इस पत्र के साथ संलग्न किया गया है वह किसी अन्य मीटिंग की प्रतीत हो रही है । भाजपा प्रवक्ता की माने तो पार्षदों के हस्ताक्षर झूठे हैं अगर ये सच्चे होते तो इनकी शुरुआत लेड़रहैड से ही होती न कि अलग से किसी सूची पर हस्ताक्षर किये होते । वहीं हमने जब भाजपा प्रवक्ता से पत्र में आम आदमी पार्टी दंवारा जिन कानूनी प्रावधानों पर उनकी प्रतिक्रिया जाननी चाही तो उनका कहना है कि इस संबंध में अगर यह सवाल निगम में आयगा तो निगम के सक्षम अधिकारी इसका जबाब देंगें
मेयर,डिप्टी मेयर व स्थाई समिति चुनाव में गणित
बतादे कि 250 सदंस्यों वाली दिल्ली नगर निगम में आम आदमी पार्टी के 135 तो भाजपा के 105 तो कांग्रेस पार्टी के 10 निगम पार्षद हैं। वहीं चुनाव में 8 विधानसभा सदस्य ( जिनमें 7 आप के हैं जबकि 1 भाजपा का है) , भाजपा के 7 लोकसभा व आप के 3 राज्यसभा सदस्य भी मतदान करेंगे । अब पेच मतदान की प्रक्रिया में एल्डरमैन की भूमिका पर है । भाजपा एल्डरमैन के मतदान को जायज़ ठहरा रही है जबकि आप इसे गलत करार देते हुए कानून और संविधान के विरुध बता रही है। ऐसे में इस मुद्दे पर कल सदन मे तकरार होना तय माने जा रहा है। हालांकि एल्डरमैन यदि चुनाव मे हिस्सा ले भी लेते हैं तो भी भाजपा के पास दो तिहाई का जादुई आंकड़ा नही हैं । फिर क्या वजह है हंगामे और तकरारा के आसार की ? तो बता दें कि दिल्ली नगर निगम के चुनवा मे दल बदल कानून लागू नही होता ऐसे में आम आदमी पार्टी को ड़र क्रॉस वोटिंग का सता रहा है । आप को ड़र सता रहा है कि भाजपा कोई खेला न कर दे।