यू.के. की संसद में शानदार कार्यक्रम का आयोजन,नवनिर्मित भारतीय संसद उभरते भारत का प्रतीक : डॉ. राकेश मिश्र
लंदन, 10 जून, 2023: “मैं एक ऐसी भूमि से आया हूं, जहां पूरी दुनिया के एक परिवार होने का विचार हमारे लोकाचार में शामिल है। हमारी संस्कृति में वसुधैव कुटुम्बकम की अवधारणा निहित है।” ये बातें ब्रिटेन की संसद के हाउस ऑफ लॉर्ड्स में आयोजित प्रतिष्ठित कार्यक्रम में कही गईं। भारत के हमारे यशस्वी प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के ये प्रसिद्ध शब्द ठीक ही सारांशित करते हैं एक राष्ट्र के रूप में भारत जी20 नेता के रूप में दुनिया भर में ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ सुनिश्चित करने के लिए बहुत बड़ी जिम्मेदारी रखता है। इस दृष्टि और विरासत को आगे बढ़ाते हुए, यूके में भारतीय डायस्पोरा के साथ-साथ पूरे भारत के प्रतिष्ठित व्यक्तियों और उपलब्धि हासिल करने वालों ने ‘2030 तक भारत-यूके रोडमैप में भारत की जी20 प्रेसीडेंसी की भूमिका’ पर विस्तृत चर्चा की। लॉर्ड बेल्लामी के सी मुख्य अतिथि और लॉर्ड रामी रेंजर सीबीई ने (अंडर सेक्रेटरी ऑफ स्टेट फॉर जस्टिस, यूनाइटेड किंगडम) की गरिमामयी उपस्थिति में हाउस ऑफ लॉर्ड्स, ब्रिटेन की संसद में इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम की मेजबानी की।
*नवनिर्मित भारतीय संसद उभरते भारत का प्रतीक : डॉ. राकेश मिश्र*
डॉ. राकेश मिश्र (अध्यक्ष, पंडित गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास) ने औपचारिक रूप से सभी सम्मानित गणमान्य व्यक्तियों का अंगवस्त्र व मॉं अन्नपूर्णा का चित्र भेंटकर स्वागत किया और गर्व से राष्ट्रीय निर्माण के लिए उनकी उपलब्धियों और योगदान को साझा किया। उन्होंने जोर देकर कहा, “हम अपनी संस्कृति और परंपरा के आभारी हैं, जिसने भारत को आने वाले समय में एक विकासशील राष्ट्र से एक विकसित राष्ट्र बनने के लिए छलांग लगाने के लिए तैयार किया है। यूके की संसद में होने के नाते उन्होंने भारत के अभूतपूर्व नए संसद भवन की अत्यधिक प्रशंसा की, जिसकी योजना और निर्माण भारत के माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि “भारतीय संसद वास्तव में उभरते हुए भारत का एक प्रतीक है, क्योंकि हम 75 वें वर्ष की उम्र में भारत के अमृत काल की शुरुआत कर रहे हैं। यहां तक कि ब्रिटेन भी अब पुनर्निर्मित संसद के निर्माण में उभरते नए भारत से प्रेरणा ले सकता है। श्रीनगर से रामेश्वरम् तक पूरे भारत में G20 की बैठकें सफलतापूर्वक की जा रही हैं। उन्होंने आगे 2023 के लिए सोल ऑफ इंडिया पुरस्कार विजेताओं की सराहना की।
*भारतीय न्यायपालिका दुनिया के लिए अनुकरणीय : जस्टिस पंकज जैन*
अधिकांश गणमान्य व्यक्तियों ने अपने विचार और राय साझा की। पंजाब और हरियाणा के माननीय उच्च न्यायालय के प्रख्यात न्यायाधीश पंकज जैन ने कहा, “जी20 से हमारा तात्पर्य विश्व जनसंख्या के दो-तिहाई और कुल विश्व व्यापार के 85% से है। जैसा कि मैं पंजाब की धरती से आता हूं, मैं एक बार फिर इस बात पर जोर दूंगा कि सरबत दा भला (हर कोई समृद्ध हो) जी20 की दिशा के साथ-साथ 2030 तक भारत-यूके रोडमैप भी होना चाहिए। सहिष्णुता बनाए रखने के लिए भारत सबसे आवश्यक घटक है। भारतीय न्यायपालिका, जिस स्वतंत्रता के साथ काम कर रही है, वह वास्तव में दुनिया के लिए अनुकरणीय है।
राजस्थान के उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति मा. अशोक जैन ने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “भारत यूके में दूसरा सबसे बड़ा निवेशक है, जबकि यूके भारत में निवेश के मामले में तीसरे स्थान पर है। यूके में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों की अभूतपूर्व संख्या दोनों देशों के असाधारण संबंधों का प्रमाण है। भारतीय प्रवासियों ने 65,000 से अधिक कंपनियों की स्थापना करके यूनाइटेड किंगडम की अर्थव्यवस्था में अत्यधिक योगदान दिया है, जिनका संचयी व्यवसाय 36.84 बिलियन है, जिसमें एक बिलियन जीबीपी से अधिक का वार्षिक कर योगदान है। दोनों देशों की एक-दूसरे पर इतनी बड़ी अंतर-निर्भरता के साथ, यह नोट करना उचित है कि 2030 का दशक सही अर्थों में भारत-ब्रिटेन का दशक होगा। प्रोफेसर बलराम पाणी (डीन, दिल्ली विश्वविद्यालय) और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर आशुतोष मिश्रा ने आगामी दशक में भारत-यूके संबंधों को बढ़ाने के समान विचारों और महत्व को दोहराया।
शानदार सम्मान समारोह का हुआ आयोजन :
हाउस ऑफ लॉर्ड्स, यूके की संसद ने 9 जून, 2023 को शाम 7.00 बजे प्रतिष्ठित ‘सोल ऑफ इंडिया अवार्ड्स 2023’ के लिए एक असाधारण सम्मान समारोह देखा। पुरस्कार विजेताओं को लॉर्ड रामी रेंजर सीबीई, लॉर्ड बेल्लामी केसी, जस्टिस अशोक जैन और जस्टिस पंकज जैन द्वारा सम्मानित किया गया। जस्टिस पंकज जैन ने पूरे भारत और यूनाइटेड किंगडम के विशिष्ट व्यक्तियों को सम्मानित किया गया जो, अपने संबंधित क्षेत्रों में लगातार उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं। सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए भावुक होते हुए लॉर्ड बेल्लामी केसी ने कहा कि उनकी माताजी भारतीय मूल की हैं, इसलिए वसुधैव कुटुम्बकम् की बात उनके हृदय में है। कार्यक्रम के दौरान अतिथियों को अंगवस्त्र, भगवान धन्वंतरि और माता अन्नपूर्णा का चित्र भेंट स्वरूप दिया गया। तिरंगामय कार्यक्रम स्थल पर बहुरंगी छवि बिखरने लगी।
इन विशिष्ट जनों को किया गया सम्मानित :
डॉ. राकेश मिश्रा (अध्यक्ष, पंडित गणेश प्रसाद मिश् सेवा न्यास), श्री योगेश ताम्रकार (माननीय महापौर, सतना – मध्य प्रदेश), प्रो. (डॉ.) आशुतोष मिश्रा, ओएसडी, दिल्ली स्कूल ऑफ पब्लिक पॉलिसी और रिसर्च शामिल है। डॉ. वेड प्रकाश टंडन ( अध्यक्ष, अंतर्राष्ट्रीय रामलीला समिति), डॉ. प्रोफेसर बलराम पाणी (डीन, दिल्ली विश्वविद्यालय), श्री विकास गर्ग( प्रबंध निदेशक, विकास इकोटेक लिमिटेड, दिल्ली), श्रीमती वंदना टंडन(प्राचार्या, कमल मॉडल सेकेंडरी स्कूल), श्री गोविद अग्रवाल ( निदेशक, यूनिटी समूह, दिल्ली), एकेएस विश्वविद्यालय – मध्य प्रदेश को, श्री संतोष मिश्रा (प्रबंध निदेशक, सैनफ्रान समूह), श्री संकल्प मिश्रा (एलएलएम, क्वीन मैरी, लंदन विश्वविद्यालय), श्री दुर्गा प्रसाद दीक्षित (टीकमगढ़ मध्य प्रदेश), श्रीमती प्रमिला मिश्रा (शैक्षणिक निदेशक, कमल वंदना संस्थान का समूह), श्री संजीव कुमार (आयुष मंत्रालय, भारत सरकार), श्री हर्ष टंडन ( निदेशक, मावेरिक पब्लिकेशन, नई दिल्ली), श्री वेदप्रकाश शर्मा अध्यक्ष, रागी एग्रो, पुणे, महाराष्ट्र (भारत), श्रीमती जागृति ज्योति (क्लिनिकल लेक्चरर सीनियर ग्लूकोमा एंड इमरजेंसी आई केयर प्रैक्टिशनर, लंदन ,यूके), श्री आशुतोष झा उपाध्यक्ष पटेल इंजीनियरिंग (भारत), श्री शिव प्रकाश सिंह (प्रबंध निदेशक, शिव नरेश स्पोर्ट्स लिमिटेड, नई दिल्ली, भारत), श्री जेफ्री जैक्सन जेम्स निदेशक, कोनिका, श्री अमित दास (अध्यक्ष, बस्तर आदिम जाति खादी ग्रामोद्योग संघ, भारत), श्री चैतन्य सिंह (अधिवक्ता , सर्वोच्च न्यायालय, नई दिल्ली (भारत), श्री संदीप दुग्गल (अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश, हरियाणा,भारत), श्री राकेश काबरा (पूर्व सदस्य, हस्तशिल्प बोर्ड भारत सरकार,भारत), श्री निपुण आनंद (भारतीय उद्यमी और संस्थापक निदेशक प्रधान एयर एक्सप्रेस और ज़ील ग्लोबल ग्रुप, नई दिल्ली, भारत) श्री विनीत कुमार (अध्यक्ष, इंडिगो ग्रुप, इंडिया), श्री राजिंदर कुमार (निदेशक, सीसीआई, भारत सरकार, नई दिल्ली, भारत), डॉ. प्रकाश नागर (अध्यक्ष, नागर इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली, भारत)
डॉ. श्रेनिक कोटेचा (सह-संस्थापक, शिक्षा एसएसभी को भारत, मुंबई) और श्री अभिषेक गहलोत (संस्थापक, केजीएफ ऑर्गेनिक फार्म होराइजन, गुरुग्राम,हरियाणा, भारत) सहित तीस महानुभावों को प्रमाण पत्र प्रदान किये गये।
*भारत- यूके संबंधों को मिली मजबूती :*
इस कार्यक्रम के माध्यम से भारतीय डायस्पोरा भारत-यूके संबंधों को अगले स्तर तक ले जाने में अत्यधिक सहायक है। दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्रों में से एक और दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र वास्तव में ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों के साथ बड़ी उपलब्धियों के लिए तैयार है जो अपनी संबंधित मुख्य विशेषज्ञता में निरंतर योगदान दे रहे हैं। ‘सोल ऑफ इंडिया अवार्ड्स 2023’ यह दर्शाता है कि समाज के विभिन्न तबकों के विनम्र भारतीय नागरिक अपने संबंधित डोमेन विशेषज्ञता के माध्यम से लगातार अथक प्रयास कर रहे हैं और राष्ट्र निर्माण में योगदान दे रहे हैं।
कार्यक्रम का संचालन श्री संकल्प मिश्रा ने किया। एकेडमिक व्यक्तित्व श्रीमती प्रमिला मिश्रा ने सारगर्भित धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम में आए हुए सभी लोगों ने रात्रि भोज किया व इस आयोजन की सराहना की।