लोकसभा टिकट पाने की होड़ में सिरसा ने सिखी को धूमिल करने के बाद किसानों के विरोध प्रदर्शन को विफल करने का प्रयास किया : परमजीत सिंह सरना
शिअद दिल्ली इकाई अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने किसानों द्वारा अपनी मांगों को लेकर किए जा रहे विरोध प्रदर्शन पर भाजपा के पूर्व विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा को मुंह बंद रखने की सलाह दी है।
यहां जारी बयान में सरना ने कहा कि सिरसा ने न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानूनी गारंटी की मांग कर रहे किसानों से राजनीतिक उद्देश्य जोड़ने का तुच्छ प्रयास किया है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि अगर सिरसा उल्टा भी लटक जाएं तो भी देश का कोई भी सिख या अच्छी सोच वाला नागरिक सिरसा की बात कभी नहीं मानेगा, इसलिए बेहतर है कि वह मौन धारण कर लें।
सरना ने कहा कि जब केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा मुद्दे को सुलझाने के लिए एक और दौर की बातचीत की पेशकश कर रहे हैं, तो सिरसा किसानों को यह उपदेश देने वाले कौन होते हैं कि उन्हें क्या करना चाहिए और क्या नहीं? यह राजा से अधिक वफादार होने का एक बेहतरीन मामला है। वह याद दिलाना चाहते हैं सिरसा का वर्तमान राजनीतिक अस्तित्व 2020-21 के किसान आंदोलन के कारण है। जब उन्हें अकाली नेतृत्व द्वारा किसानों का साथ देने के लिए मजबूर किया गया था। इसलिए अब गिरगिट बनना बंद करें।
सरना ने सिरसा पर पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह सत्तारूढ़ पार्टी से लोकसभा टिकट पाने की होड़ में अपना ज़मीर बेच रहे हैं।