“मोदी से बैर नहीं प्रवेश तेरी खैर नहीं”पश्चिमी दिल्ली सांसद प्रवेश वर्मा की खिलाफत में उतरा पूर्व भाजपा निगम पार्षद
संदीप शर्मा
चुनाव आते ही सियासी दलों की अंदरूनी फूट व गुटबाजी सतह पर आ जाती है । टिकट बंटवारे को लेकर नेताओं के पक्ष और विपक्ष में कार्यकर्ताओं की लामबन्दी दिखाई देती है । देश की राजधानी दिल्ली में भी चुनावी मौसम में इस तरह की कवायद अब दिखाई देनी शुरू हो चुकी है । केन्द्र में सत्तारूढ़ भाजपा भी इस गुटबाजी व अंतर्कलह से अछूती नही है । पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा के खिलाफ कुछ अपने ही कार्यकर्ता विरोधी स्वर बुलन्द करते दिखाई दे रहे हैं । भाजपा के पूर्व निगम पार्षद व हरि नगर विधानसभा प्रभारी अचल शर्मा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के ज़रिए सिर्फ नेतृत्व से अपील की की है कि प्रवेश वर्मा को भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव में पुनः उम्मीदवार न बनाया जाए ।
अचल शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट डाली है जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह, व राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष व दिल्ली भाजपा संगठन मंत्री पवन राना और दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा को संबोधित किया है ।
0भाजपा शीर्ष नेतृत्व माननीय @narendramodi @OfficeofJPNadda @AmitShah @blsanthosh @PandaJay @Virend_Sachdeva @PavanRanaRSS जी से निवेदन आप सब संज्ञान ज़रूर ले यह पर्चे वेस्ट दिल्ली में चल रहे है मेरे पास भी आया है
“मोदी जी से वैर नहीं प्रवेश तेरी ग़ैर नहीं “
“प्रवेश वर्मा मुक्त पश्चिमी दिल्ली” चाहते है
मेरा संगठन के हित में अनुरोध है कि आप #प्रवेशवर्मा को वेस्ट दिल्ली का लोकसभा का टिकट मत दे , यह जो चिंगारी सुलग रही है वो भीषण रूप ले सकती है @p_sahibsingh से वेस्ट दिल्ली की जानता खुश नहीं है बहुत नाराज़ है आप किसी भी और को दे दे परन्तु प्रवेश वर्मा को नहीं मुझे आशा है आप सब इस पर विचार अवश्य करेगें
हो सकता है मेरा यह तरीक़ा ठीक न हो परन्तु संगठन मेरे लिये सर्वोपरि है मुझे जो इस समय उचित लगा वो मैंने किया क्यूकि मेरे को कोई और रास्ता नज़र नहीं आ रहा था “आपात्काले मर्यादा नास्ति”
बहरहाल यह कोई नई बात नही है । चुनाव आते ही हर सियासी दल से इस तरह की खबरें सुर्खियों में आने लगती हैं । पार्टी नेतृत्व को सियासी समीकरणों व तमाम पहलुओं के मध्यनजर रखकर टिकट देती है । इस प्रकार के विरोधी स्वर पार्टी नेतृत्व पर कितना असर डालेंगे कहा नही जा सकता क्योंकि भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति व संसदीय बोर्ड की बैठक हो चुकी है । आम आदमी पार्टी व कांग्रेस गठबंधन के मध्यनजर भाजपा अपने उम्मीदवार उतरेगी । वैसे पश्चिमी लोकसभा सीट से प्रवेश वर्मा दूसरी बार सांसद चुने गए हैं पहली बार उन्होंने कांग्रेस पार्टी के सांसद महाबल मिश्रा को पटकनी दी थी । 2019 में कांग्रेस पार्टी ने फिर से महाबल मिश्रा को उम्मीदवार बनाया और प्रवेश वर्मा ने पुनः जीत दर्ज की । दिल्ली की बदलती सियासी हवा के रुख के साथ बदले महाबल मिश्रा 2022 में आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए । महाबल मिश्रा के पुत्र विनय मिश्रा द्वारका से आम आदमी पार्टी के विधायक हैं । और आम आदमी पार्टी ने महाबल मिश्रा को 2024 लोकसभा में अपना उम्मीदवार बनाया है ।
इस बार महाबल मिश्रा आम आदमी पार्टी की टिकट पर फिर चुनाव लड़ रहे हैं । दो बार कांग्रेस की टिकट पर शिकस्त खा चुके कांग्रेस से दलबदल कर AAP का झाड़ू थामने वाले महाबल प्रवेश वर्मा को क्या तीसरी बार चुनौती दे पाएंगे यह बड़ा सवाल है
वैसे बतादें कि पश्चिमी दिल्ली से दूसरी बार सांसद बने प्रवेश वर्मा की गिनती भाजपा के मजबूत सांसदों में की जाती है . संसद से लेकर सड़क तक वह केजरीवाल को आड़े हाथ लेने के लिए जाने जाते हैं । सूत्रों की माने तो प्रवेश वर्मा , रमेश विधूड़ी व मनोज तिवारी को पार्टी का शीर्ष नेतृत्व पुनः दिल्ली के चुनावी मैदान में उतारने जा रहा है । जबकि नई दिल्ली, चांदनी चौक,पूर्वी दिल्ली व उतरी पश्चिमी दिल्ली पर नए उम्मीदवारों को उतारा जा सकता है । लिहाज़ा इस विरोध का पार्टी नेतृत्व पर कुछ खास असर होग कहा नही जा सकता ।