प्रधानमंत्री मोदी जी ने दूसरे देशों को भी वैक्सीन देने का किया पुण्य कार्य: डॉ राकेश मिश्र
प्रधानमंत्री मोदी जी ने दूसरे देशों को भी वैक्सीन देने का किया पुण्य कार्य: डॉ राकेश मिश्र
सतना 9 मई। डॉ राकेश मिश्र अध्यक्ष पं गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास द्वारा कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड के साइड इफेक्ट्स का दुष्प्रचार या हकीकत? विषय पर ऑन लाइन 24वीं परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें डॉक्टर संदीप मित्तल (पल्मनोलॉजिस्ट मेदांता हॉस्पिटल गुरुग्राम) ने देश विदेश से जुड़े 1236 लाभार्थियों जिसमे सतना, मैहर, रीवा, प्रयागराज, पन्ना, छतरपुर, मुंबई, दिल्ली, हरियाणा के अलावा अन्य प्रदेशों व यू एस ए, यूके, विदेशो में निवास करने वाले प्रवासी भारतीय लाभार्थियों के 130 प्रश्नों के सटीक जवाब देते हुए डॉक्टर संदीप मित्तल ने कहा कि कोविड के पांचवें साल में हम पहुंच चुके हैं। दुनिया के जितने भी प्रमुख देश हैं सभी देशों में फाइजर, कोवैक्सीन, कोविशील्ड वैक्सीन लगी हुई है।
डॉक्टर संदीप मित्तल ने बताया कि वैक्सीन का 19 करोड लोगों का सर्वे किया गया। पहले हफ्ते के अंदर मेजर समस्या नहीं आई। पहले डोज के बाद 10 दिन के अंदर हल्का बुखार आना, जहां वैक्सीन लगी है हल्की सूजन होना भर इंपैक्ट देखा गया। अध्ययन से पता चला है कि कोविड वैक्सीन 10 करोड़ में 66 लोगों में ही साइड इफेक्ट देखा गया।
*प्रधानमंत्री मोदी जी ने दूसरे देशों को भी वैक्सीन देने का पुण्य कार्य किया: डॉ राकेश मिश्र*
सेवा न्यास के अध्यक्ष डॉ राकेश मिश्र ने परिचर्चा संचालन करते हुये कहा कि महामारी के दौर में हमारे प्रधानमंत्री जी ने 140 करोड़ भारतीयों के प्राणों की रक्षा कॉविड-19 से की। साथ ही अन्य कई देशों में निवास करने वाले विदेशी नागरिकों के भी जीवन रक्षक कोरोना वैक्सीन देने का कार्य किया है। देश के सभी नागरिकों की ओर से मोदी जी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।
*कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड के साइड इफेक्ट अफवाह है: डॉ संदीप मित्तल*
कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड के साइड इफेक्ट को लेकर अन्य देशों के द्वारा अफवाह फैलाई जा रही है।भारत के कुछ राजनीतिक लोगों द्वारा भ्रांतियां और भ्रम फैलाया जा रहा है। जिससे हमें दूर रहना चाहिए।
सचिन त्रिपाठी सतना ने पूछा कि जल्दबाजी में वैक्सीन लॉन्च किया गया है क्या ?
डॉ संदीप मित्तल ने लाभार्थियों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का जवाब देते हुए कहा कि नई टेक्नोलॉजी के प्रयोग में लाई गई है कोरोना वैक्सीन की टेस्टिंग 1, 2, 3, 4 फेसों में अच्छे से किया गया है।डॉक्टर मित्तल ने आगे कहा कि वैक्सीन लगने के 99% लोगों को फायदा हुआ है।
लाभार्थियों ने प्रश्न पूछा कि वैक्सीन लगने से क्या प्रजनन क्षमता पर फर्क पड़ता है ?
डॉ मित्तल ने प्रश्न के जवाब में कहा कि कोविड -19 की वैक्सीन लगने से प्रजनन क्षमता में कोई भी असर नहीं होता।यह भ्रांति है।
लाभार्थियों ने प्रश्न पूछा कि क्या बच्चों को वैक्सीन नहीं लगना चाहिए ?
डॉक्टर मित्तल ने कहा कि कोविड बीमारी से बचाव के लिए वैक्सीन की ज़रूरत नहीं है।
कोरोना वैक्सीन डीएनए चेंज नहीं कर सकताः डॉ. मित्तल
लाभार्थियों ने पूछा कि कोविड वैक्सीन लगने से मनुष्यों में डीएनए चेंज कर सकता है क्या ?
डॉक्टर मित्तल ने कहा कि कोविड की वैक्सीन लगने से हमारा डीएनए चेंज नहीं होता है बल्कि हमारा इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होता है।
लाभार्थियों ने पूछा कि क्या कोविड वैक्सीन से हमें कोई नुकसान होता है ?
डॉ मित्तल ने प्रश्न के जवाब में कहा कि 2 वर्ष बीत जाने के बाद कोई साइड इफेक्ट नहीं हुआ है। यह उसी तरह है जैसे बुखार आने पर क्रोसिन दवाई ली जाती है और उससे कोई नुकसान नहीं होता। वैक्सीन लगने के तीन हफ्ते के अंदर ही साइड इफेक्ट दिखेगा और आज इतने वर्षों के बाद ना के बराबर चांस हैं।
लाभार्थियों ने पूछा कि कोविशील्ड लगाने से कार्य क्षमता कम हुई है क्या ?
डॉ मित्तल ने प्रश्न के जवाब में कहा कि यह सब भ्रांतियां हैं। इसका कोई भी साइड इफेक्ट नहीं है।वैक्सीन तो बूस्टर का काम करती है।
लाभार्थी ने पूछा कि क्या अभी भी वैक्सीन लग रही है?
डॉ मित्तल ने प्रश्न के जवाब में कहा कि नहीं अभी वैक्सीनेशन नहीं चल रहा है ।हां डॉक्टर की सलाह पर वैक्सीन लगाई जा सकती है।
छतरपुर के प्रदीप खरे ने प्रश्न पूछा कि अभी भी कुछ हॉस्पिटलों में एडमिट करने के लिए कोविड टेस्ट किया जाता है क्या यह सही है? डॉ मित्तल ने प्रश्न के जवाब में कहा कि नहीं ऐसा नहीं है। अगर कोई व्यक्तिगत टेस्ट करवाना चाहता है तो अलग बात है।
सौरभ सिन्हा गुड़गांव ने प्रश्न पूछा कि जो लोग कोविशील्ड वैक्सीन के संदर्भ में अफवाह फैला रहे हैं इनके खिलाफ कोई दंड का प्रावधान है या नहीं ?
डॉक्टर मित्तल ने मुस्कुराते हुए कहा कि यह विषय सुप्रीम कोर्ट के सरकारी वकील संकल्प मिश्रा जी बता सकते हैं।
निश्चित तौर पर इसमें भारत की दंड संहिता के हिसाब से दंड का प्रावधान है।
संजय गुप्ता प्रयागराज ने प्रश्न किया कि नवजात बच्चों को वैक्सीन लगानी चाहिए या नहीं
डॉक्टर मित्तल ने प्रश्न के जवाब में कहा कि नवजात बच्चों को कोविड वैक्सीन नहीं लगानी चाहिए। जो भी वैक्सीनेशन का कार्य बच्चों के लिए होता है वह 6 माह के बाद ही होता है।
प्रकाश जी बांदा से ऑनलाइन जुड़कर प्रश्न पूछा कि कोवैक्सीन कोविशील्ड दोनों वैक्सीनों में लोग कोवीशील्ड की चर्चा क्यों कर रहे हैं ?
डॉ मित्तल ने जवाब में कहा कि कोवैक्सीन पुरानी पद्धति से व कोविशील्ड नई पद्धति से बनी है जो की पूरी तरह से सुरक्षित है अभी हाल ही में यू एस ए से यह चर्चाओं में है।
विजय सिंह पटेल सतना ने पूछा कि दवाओं या कोविशील्ड के साइड इफेक्ट है या नहीं?
डॉक्टर मित्तल ने प्रश्न के जवाब में कहा कि कोई भी दवा हो तो साइड इफेक्ट होते हैं ।जैसे कि क्रोसिन बुखार में लेने से साइड इफेक्ट के कारण दवा लेने से मना नहीं करते या फिर टीवी की दवा में भी साइड इफेक्ट होता है लेकिन हम दवा लेते हैं इसी प्रकार से वैक्सीन है।
डॉ मित्तल ने आगे कहा कि पहले के समय में रेल में यात्रा करने के दौरान प्लेटफार्म में पानी भरकर पानी पीते थे, लेकिन जबसे मिनरल वाटर पीने लगे हैं तब से बीमारियां कम हो रही है।
पुष्पेंद्र नाथ पाठक गुड्डन भइया पूर्व विधायक ने पूछा कि हमारे गांव में हार्ट अटैक कम उम्र में अधिक हो रही है इसका क्या कारण है?
डॉ मित्तल ने प्रश्न के जवाब में कहा कि कम उम्र में हार्ट अटैक हमारी लाइफस्टाइल से हो रहे हैं। जैसे की हमारे परिवार में कभी किसी को हार्ट की बीमारी हो तो हमें भी हो सकता है। इसके चांसेस बन जाते हैं। कुछ बीमारियां जेनेटिक होती हैं।
श्रीमती मनीषा सिंह सतना ने प्रश्न किया कि सांस लेने में तकलीफ के क्या कारण हैं?
डॉक्टर मित्तल ने प्रश्न के जवाब में कहा कि कभी-कभी ऐसा हो सकता है। डॉक्टर से परामर्श लेकर उपचार करना चाहिए।
लाभार्थियों ने प्रश्न पूछा कि अभी भी लोग मास्क लगा रहे हैं क्या कारण है ?
डॉ मित्तल ने प्रश्न के जवाब में कहा की भीड़ में मास्क लगाना चाहिए हमें सुरक्षा मिलेगी। यह अच्छी आदत है।
भारत के विभिन्न प्रांतो व यू एस ए, यूके अन्य देशों से जुड़े लाभार्थियों ने स्वास्थ्य परिचर्चा के संदर्भ में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि स्वास्थ्य परिचर्चा बहुत ही उपयोगी रही। साथ ही उन्होंने डॉ राकेश मिश्र जी के सराहनीय प्रयास के लिए धन्यवाद प्रेषित किया।
परिचर्चा के अंत में पं गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास के अध्यक्ष डॉ राकेश मिश्र जी ने 24वीं स्वास्थ्य परिचर्चा में जुड़े लाभार्थियों के प्रति आभार व्यक्त किया और आने वाले दिनों में पुनः एक नये विषय पर परिचर्चा होगी।