कांग्रेस के फिर बिगड़े बोल-प्रधानमंत्री बिमार मान्सिक्ता के शिकार-आनंद शर्मा
गुजरात चुनाव में नेताओं में छिड़ी ज़ुबानी जंग ने भाषायी मर्यदाओं को तार-तार कर दिया है। गुजरात के चुनावी दौरों के दौरान पीएम मोदी के कांग्रेस पर हमले से कांग्नास खासी नाराज़ नज़र आ रही है। कांग्रेस नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने तो अपनी प्रेसवार्ता में प्रधानमंत्री पर तलख टिप्पणी करते हुए उन्हें मान्सिक रुप से अस्वस्थ करार दिया। आनंद शर्म ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषणों में जो कहा वो असत्य है और तथ्य उसे नकारते है।
आनंद शर्मा ने प्रधानमंत्री पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री कांग्रेस के बढ़ते जनसमर्थन को देखकर बौखला चुके है इसलिए वो मतदाताओं को गुमराह करने के लिए गलत बयानबाजी कर रहें है। पीएम मोदी ने अपने भाषणों में देश के प्रथम प्रधानमंत्री ज्वाहर लाल नहरु के बारे मे जो कहा है,वो सरासर गलत है।मोदी कहते हैं कि ज्वाहर लाल नहरु नें गुजरात के लिए कुछ नहीं किया है। काग्रेस पार्टी प्रधानमंत्री द्वारा देश के पहले प्रधानमंत्री के बारे मे जो कहा है उसकी कड़ी निंदा करते हैं।आनंद शर्मा ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि प्रधानमंत्री मान्सिक रुप से अस्वस्थ है,यह राष्ट्रीय चिंता का विषय है।उन्हे ऐसा प्रतीत होता है कि उनके और बीजेपी के उदय से पहले न गुजरात में कुछ हुआ था न देश के बीच कुछ हुआ था प्रधानंमत्री को बताना जरुरी होगा शायद उनको जानकारी न हो हालंकि वो 12 साल तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे। यहां तक ज्वाहर लाला नहरु का सवाल है उनके कार्यकाल में 1949 एभोक की स्थापना हुई..1950 में ही इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट आईआईएम अहमदाबाद,नेश्ननल इंस्टिट्यूट ऑफ डिज़ायन,गांधी नगर की स्थापना कांग्रेस ने ही की…गांधी नगर में कांग्रेस ने ही नेश्ननल इंस्टीटियूट ऑफ फेशन टेक्नोलॉजी की स्थापना की। सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ एन्ड ऐडमिन्स्ट्रेशन,ओएनजीसी और तमाम एअर पोर्ट गुजरात में ज्वाहर लाल नहरु और कांग्रेस के समय के ही हैं। आनंद शर्मा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री को अपनी बात बड़ी जिम्मेदारी से कहनी चाहिए। इस तरह की बाते करके मोदी मतदाताओं को क्या संदेश देना चाहते हैं। आनंद शर्मा ने पीएम पर हमला बोलते हुए कहा कि महागुजरात के आंदोलन के बाद एक मई 1960 के गुजरात के निर्माण में भी नहरु जी की भूमिका थी..यह सब इसलिए हम कह रहे है कि आने वाले दिनों मे जो मोदी अपने भाषणों में गलत बयानबाजी न करें..आनंद ने प्रधानमंंत्री को चेतावनी भरे लहज़े में कहा कि अगर वो गलत बयानबाजी करेंगे तो कांग्रेस कारारा जवाब देने में सक्षम है।
यह पहली बार नही है कि कंग्रेस की तरफ से प्रधानमंत्री के बारे में ऐसे लफज़ों का इस्तेमाल किया गया हो कांग्रेस पार्टी की तरफ से विवादित ट्ववीट करने का विवाद अभी थमा भी नही है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने प्रधानमंत्री पर तलख बयान दे दिया है। सबसे बड़ा सवाल नेताओं द्वार इस्तेमाल की जाने वाली भाषा का स्तर है। लोकतंत्र में विपक्ष को सत्ता पक्ष के विरोध और अलोचना करने का अधिकार है लेकिन विरोध करने के लिये क्या संयमित भाषा का प्रयोग नहीं हो सकता…देश के बड़े संवेधानिक पदों पर बैठे व्यक्ति किसी पार्टी विशेष के ही नहीं होते..उस पद के साथ देश का सम्मान भी जुड़ा होता है। सवाल यह भी है कि आखिर देश के प्रधानमंत्री को मान्सिक रुप से अस्वस्थ करार देना कितना उचित है।