जस्टिस एस.एन. ढींगरा के नेतृत्व वाली एस.आई.टी. करेगी टाईटलर कबूलनामे की जांच
नई दिल्ली,न्यूज़ नॉलेज मास्टर, कांग्रेसी नेता जगदीश टाईटलर के बारे में आये नयें खुलासों की जांच अब सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई सेवामुक्त जस्टिस एस.एन.ढ़ींगरा के नेतृत्व वाली एस.आई.टी. करेगी। इस बात की जानकारी दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजीत सिंह जी.के. ने आज अकाली दल दफ्तर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी। अकाली दल दिल्ली ईकाई के अध्यक्ष जी.के. ने बताया कि टाईटलर के निजी पंजाबी चैनल पर आये साक्षात्कार में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के साथ 1 नवम्बर 1984 को दिल्ली की सड़कों पर घूमने के सामने आये खुलासे की जांच के लिए एस.आई.टी. प्रमुख को उन्होंने 2 फरवरी 2018 को पहला पत्र भेजा था। जबकि 5 फरवरी 2018 को उन्होंने टाईटलर के 5 वीडियो प्रैस कांफ्रेंस के जरिये जारी करते हुए उसके सबूत भी एस.आई.टी. को भेजे थे।
जी.के. ने कहा कि एस.आई.टी. ने दोनों ही मामलों की जांच करने को मन्जूरी देने संबंधी उनकों आज जानकारी भेजी है। जी.के. ने दावा किया कि 31 अक्टूबर 1984 को राजीव गांधी ने एम्स में कांग्रेसी नेताओं को चिल्लाते हुए कहा था कि मेरी मां मर गई है और तुम यहां खड़े हो। इसके बाद ही दिल्ली में लूटमार, आगजनी तथा कत्लेआम की शुरूआत हुई थी जो कि 3 नवम्बर 1984 तक जारी रही।
जी.के. ने सवाल किया कि 31 अक्टूबर शाम को प्रधानमंत्री बनने के बाद राजीव गांधी 1 नवम्बर को दिल्ली की सड़कों पर बिना सुरक्षा के अपनी मां की लाश घर पर रखकर शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए दौरा कर रहे थे, टाईटलर की इस बात को कैसे माना जा सकता है। जी.के. ने कहा कि दोनों सी.डी. की जांच कल कड़कड़डूमा कोर्ट द्वारा सी.बी.आई. को सौंपने के बाद आज एस.आई.टी. द्वारा मामले संबंधी दिखाई गई गंभीरता टाईटलर को कानून रूप से धरती हिलने के बारे में याद करवायेगी तथा गांधी परिवार की मिलीभगत के सबूत भी अब सार्वजनिक होंगे। इस अवसर पर अकाली दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता परमिन्दर पाल सिंह तथा कानून विभाग प्रमुख जसविन्दर सिंह जौली मौजूद थे।