सावधान ! कांग्रेस के किसी नेता से राहुल गांधी पर सवाल पूछना सख्त मना है,..अगर पूछा तो… ?
न्यूज़ नॉलेज मास्टर(NKM),न्यू दिल्ली,राहुल गांधी पर कांग्रेस के किसी भी नेता से सवाल पूछने वाले पत्रकार बंधु थोड़ा सजग होकर.. संभल कर सवाल पूछे। 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के पीएम पद के उम्मींदवार राहुल गांधी की योग्यता पर प्रश्न पूछने वाले पत्रकार कांग्रेस नेताओं को फूटी आंख नहीं सुहाते। अगर कांग्रेस के प्रवक्ता या नेता को आपके प्रश्न पूछने से पहले ज़रा सा भी यह अहसास हो जाये यां भनक लग जाये कि आप राहुल गांधी की योग्यता पर प्रश्न उठाने वाले हैं तो यह गुस्ताखी आपको भारी पड़ सकती है। आप पर पीएम का पक्ष लेने वाला, बीजेपी प्रवक्ता यां एजेंडे की पत्रकारिता करने का आरोप भी लगाया जा सकता है।
आनंद शर्मा ने प्रधानमंत्री के सामान्य ज्ञान पर उठाये सवाल
दिल्ली के 24 अकबर रोड़,कांग्रेस पार्टी मुख्यालय में सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता में ऐसा ही वाक्य सामने आया । कांग्रेस नेता आनंद शर्मा से जब राहुल गांधी की पीएम पद के लिए योग्यता को लेकर जब एक पत्रकार ने सवाल पूछना चाहा तो आनंद शर्मा अपना आपा खोते दिखाई दिए । दरअसल इस प्रेस ब्रीफिंग में आनंद शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सामान्य ज्ञान पर प्रश्न खड़ा करते हुए नरेन्द्र मोदी को पीएम पद के आयोग्य बताया। कर्नाटक चुनाव में मोदी के भाषणों का हवाला देते हुए आनंद शर्मा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री पद पर ऐसा व्यक्ति बैठा है जिसके बयानबाजी से सामान्य ज्ञान की कमी झलकती है जिसकी चलते पीएम पद की गरिमा को धूमिल हुई है। आनंद शर्मा ने प्रधानमंत्री की गलत बयानी,ऐतिहासिक ज्ञान और मान्सिक अवस्था को देश की चिंता का विषय बताया। शर्मा के मुताबिक मोदी अपनी गलत बयानबाजी के वजह से वह दुनिया में हंसी के पात्र बन रहे हैं।
आनंद शर्मा ने कहा कि
जिस देश के प्रधानमंत्री को यह न मालूम हो कि देश की सीमाओं पर पाकिस्तान का हमला 1947 मे हुआ था या 1948 में…जिस यह न मालुम हो कि हमले के समय देश की सेना का मुखिया कौन था..जिसे यह न मालुम हो कि भारत में पहला भारतीय सेनाध्यक्ष कौन था…जिनको यह न मालूम हो कि 1948 की लड़ाई में सेना के जनरल कौन थे और 1962 में चीन से लड़ाई में भारत के मुखिया कौन थे। मैं दिल्ली में यह बात कहना ज़रुरी समझता हूं…तांकि पूरा भारत जाने की कितने योग्य और सत्यवादी प्रधानमंत्री इस देश के हैं।
पत्रकार के सवाल पर तिलमिला उठे आनंद शर्मा
न्यूज़ नॉलेज मास्टर पत्रिका और ऑन लाईन न्यूज़ वेब पोर्टल के पत्रकार ने जब हाल ही राहुल गांधी के सामान्य ज्ञान पर बीजेपी द्वार प्रश्न उठाये जाने संबंधी सवाल पूछने की कोशिश की तो आनंद शर्मा अपना आपा खोते दिखाई दिए..उन्होंनें पत्रकार से पूछा कि पहले वो अपना परिचय दें और बताएं किस अखबार के लिए लिखते हैं। पत्रकार ने अपना नाम संदीप शर्मा बाताते हुए कहा कि वो वेब पोर्टल के लिए लिखते हैं। पत्रकार ने फिर से सवाल पूछने की कोशिश कि और कहा कि जिस तरह से आपने प्रधानमंत्री के सामान्य ज्ञान पर प्रश्न खड़े किए हैं…उसी तरह बीजेपी भी राहुल गांधी के सामान्य ज्ञान पर प्रश्न उठाती है…कर्नाटक में कॉलेज छात्रा द्वारा एनसीसी संबंधी राहुल गांधी से सवाल पूछे जाने पर राहुल की अनभिज्ञता की बात इतनी नागवार गुज़री कि आनंद शर्मा इस सवाल पर खफा हो गये। उन्होंने पत्रकार पर आरोप मढ़ दिया कि वो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पक्ष ले रहे हैं और बयान दे रहे हैं… न कि सवाल पूछ रहे हैं। पत्रकार ने बार बार आनंद शर्मा से आगृह किया कि वो उन्हें अपना सवाल पूछने का मौका तो दें जोकि उसका अधिकार हैं..लेकिन आनंद शर्मा ने इस पत्रकार को सवाल पूछने नहीं दिया। आनंद शर्मा ने कहा कि आप बयान दे रहे हैं..सवाल नहीं पूछ रहे हैं…मैं आपकी बात का जवाब नहीं दे सकता मुझे मुआफ करें और अपने पोर्टल के लिए लिखते रहें।
क्या सवाल पूछना चाहता था पत्रकार ? क्यों भड़के आनंद शर्मा ?
गौरतलब है कि बीजेपी और कांग्रेस दोनो ही पार्टियां एक दूसरे की पार्टी के मुखिया की योग्यता पर प्रश्न उठाते दिखाई देती हैं। कांग्रेस कह रही है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस पद के लायक नहीं है और इस पद की गरिमा को धूमिल कर रहे हैं। दूसरी तरफ सत्ताधारी बीजेपी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी के देश के बारे में ज्ञान पर अकसर हमला बोलती दिखाई देती है और कहती है कि राहुल सिर्फ इस पद पर गांधी परिवार से होने की की वजह से वह अध्य़क्ष पद पर बैठे हैं। हाल ही में एक कार्यक्रम में एक छात्र द्वारा एनसीसी से संबंधित प्रश्न पूछने पर राहुल गांधी ने साफ साफ कह दिया था कि उन्हें एनसीसी के बारे में कुछ नही पता। बीजेपी ने इस पर राहुल गांधी की खूब खिल्ली भी उड़ाई थी।
बहरहाल जिस सवाल को कांग्रेस के नेता सुनने को तैयार नहीं हुए वो सिर्फ यह था कि कांग्रेस प्रधानमंत्री के सामान्य ज्ञान पर प्रश्न खडा कर रही है और बीजेपी भी राहुल को इसी मुद्दे पर घेरती है…क्या लगता नहीं है कि भारत में भी अमेरिका की तर्ज पर राष्ट्रपति चुनाव की भांति पीएम पद के उम्मींदवारों में भी खुली बहस होनी चाहिए तांकि मतदाता अपने प्रधानमंत्री पद के दावेदारों की योग्यता को जांच और परख सके। पत्रकार पूछना चाहता था कि इस देश में ड़ॉकटर,वकील इन्जीनियर और शिक्षक बनने के लिए किसी निर्धारित शैक्षिक योग्यता की आवश्यक्ता होती है लेकिन कानून बनाने वाले,देश चलाने वाले सांसद,विधायक यां फिर मंत्री पद के लिए किसी प्रवेश परीक्षा यां शैक्षिक योग्यता क्यों नहीं निर्धारित होनी चाहिए।
बहरहाल हम तो इतना ही कहेंगे कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की सबसे बड़े विपक्षी दल कांग्रेस के नेताओं और प्रवक्ताओं से पत्रकार सिर्फ वही सवाल पूछे जो उन्हें भाते हैं। राहुल गांधी से संबंधित सवाल तो बिल्कुल भी न पूछे । ऐसे प्रश्न जिससे प्रवक्ता असहज महसूस करे वो प्रश्न कांग्रेस में पूछने की इजाजत नहीं है। हो सकता है कि प्रवक्ता एक बनावटी मुस्कान अपने चेहरे पर चिपका कर आपके प्रश्न को सुनने से मना कर दे और आपके सवाल पर प्रतिक्रिया में आपसे मुआफी मांग ले.. लेकिन आपके प्रति उसकी नाराज़गी,उसके मन के गुस्से को उसकी ज़ुबान और चेहरा बयान करे देगा। अगर आप पत्रकार नहीं हैं और कांग्रेस पार्टी के शहज़ाद पूनावाला सरीखे कोई नेता हैं और राहुल गांधी की योग्यता पर प्रश्न उठाना आपको भारी पड सकता है..आपको इस लोकतांत्रिक पार्टी के बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।
अगर बतौर पत्रकार राहुल गांधी की पीएम पद की योग्यता पर सवाल उठाने पर हो सकता है कि आपको भक्त पत्रकार,संघी पत्रकार,एजंडे की पत्रकारिता करने वाले तमगे से भी नवाज़ दिया जाये। इसके लिए आप मान्सिक रुप से तैयार रहें। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के सिपाही के रुप में आपका काम सवाल पूछना है…पूछते रहिए।