दिल्ली नगर निगम में स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव पर आ गई बड़ी ख़बर
संदीप शर्मा
दिल्ली नगर निगम (MCD) से एक महत्वपूर्ण ख़बर सामने आई है। स्टैंडिंग कमेटी की एक खाली सीट पर चुनाव की घोषणा की गई है। यह चुनाव 26 सितंबर 2024 को होगा और इसके लिए नामांकन प्रक्रिया 19 सितंबर 2024 तक चलेगी। यह सीट बहुत अहम मानी जा रही है क्योंकि इसका चुनाव सीधे सदन से होगा, जिससे सदन के सभी पार्षदों की भूमिका निर्णायक होगी।
स्टेंडिंग कमेटी का महत्व
MCD की स्टैंडिंग कमेटी नगर निगम के वित्तीय और प्रशासनिक मामलों का प्रमुख निर्णय लेने वाला निकाय है। यह कमेटी बजट के निर्माण और अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं की निगरानी करती है। इसके अध्यक्ष की भूमिका निगम के कामकाज में अत्यधिक प्रभावी होती है। यही वजह है कि AAP और BJP अध्यक्ष पद के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगाते दिखाई देंगे । ज़ोन कमेटी के चुनाव में भाजपा सात ज़ोन पर और AAP ने 5 ज़ोन में जीत दर्ज की थी । स्टेंडिंग कमेटी के 12 सदस्यों का चुनाव जोन से होता है जबकि 6 सदस्यों का चुनाव हाउस होता है । भाजपा की कमलजीत सेहरावत के संसद सदस्य बनने के चलते एक सीट खाली हो गई है जिस पर आप चुनाव होना है ।
चुनाव का महत्त्व और संभावित परिणाम:
आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए स्थिति: सदन में बहुमत होने के कारण आम आदमी पार्टी के पास इस सीट को जीतने की प्रबल संभावना है। अगर AAP इस सीट पर जीत हासिल करती है, तो स्टैंडिंग कमेटी के अध्यक्ष का चुनाव लकी ड्रॉ के माध्यम से होगा। इसका कारण यह है कि इस स्थिति में दोनों पार्टियों (AAP और BJP) के सदस्य बराबर होंगे, और अध्यक्ष का निर्णय संयोग पर आधारित होगा।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए स्थिति:
अगर भारतीय जनता पार्टी इस सीट पर जीत हासिल कर लेती है, तो यह उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी। जीत के साथ ही BJP को स्टैंडिंग कमेटी में बहुमत मिल जाएगा, और स्टैंडिंग कमेटी का अध्यक्ष भाजपा से चुना जाएगा। इससे MCD में BJP की पकड़ और अधिक मजबूत हो जाएगी।
हालांकि, सदन में बहुमत AAP के पास है, इसलिए इस सीट पर AAP के उम्मीदवार के जीतने की संभावना ज्यादा है। लेकिन चूंकि यह चुनाव काफी करीबी हो सकता है, BJP भी अपनी रणनीति के तहत इस सीट को जीतने का पूरा प्रयास करेगी। इसमें क्रॉस वोटिंग की भी प्रबल संभावना है । जबकि BJP के लिए सीटों का अंतर पाट आसान नही होगा ।दोनों दलों के लिए यह चुनाव MCD के संचालन में एक निर्णायक भूमिका निभाएगा।
यदि AAP जीतती है, तो MCD में उसका प्रभाव बरकरार रहेगा, लेकिन अगर BJP इस सीट पर कब्जा करती है, तो दिल्ली नगर निगम के कई महत्वपूर्ण फैसलों में उसका हस्तक्षेप और वर्चस्व बढ़ जाएगा।
इस स्थिति से साफ है कि आगामी चुनाव न केवल MCD के वर्तमान समीकरण को प्रभावित करेगा, बल्कि भविष्य की राजनीति में भी अहम भूमिका निभा सकता है।