बीजेपी निगम पार्षद ने DC को पहले ताले में किया बंद और अब सदन में मेयर से कार्रवाई करने की मांग को लेकर किया हंगामा
न्यूज़ नॉलेज मास्टर (NKM NEWS),निगम चुनाव से पहले अब ब्यूरोक्रेसी ने बीजेपी नेताओं की सुनना बन्द कर दिया है। बीजेपी नेताओं को चुनावी मौसम में अधिकारियों का यह बदला रवैया और तेवर पसन्द नही आ रहा । ऐसा ही एक मामला SDMC के सदन में सामने आया है।
नजफगढ़ ज़ोन चेयरमैन और उपायुक्त में छिड़ी तकरार
दक्षिण दिल्ली नगर निगम की हाउस मीटिंग में नजफगढ़ जोन के चेयरमैन व बीजेपी निगम पार्षद सतपाल मालिक ने अपने ज़ोन के उपायुक्त भूपेश चौधरी के रवैये पर जमकर निशाना साधा और उनकी कार्यशैली पर अपनी भड़ास निकाली। मलिक ने मेयर मुकेश सूर्यांन से उपयुक्त पर फौरन करवाई करने की मांग की और कहा कि अगर करवाई नही कर हुई तो मैं अपने पद से त्यागपत्र देने के लिए तैयार हूँ।
सतपाल मलिक का आरोप है कि SDMC द्वारा
दिल्ली सरकार की आबकारी नीति के विरोध में शराब की दुकानों को सील किये जाने की करवाई से उपायुक्त साहब सहमत नही है । शराब की दुकानों को सील करने को लेकर उपायुक्त साहब का रवैया सहयोगात्मक नही है। लेकिन BJP सरकार की शराब नीति के खिलाफ इन दुकानों को किसी भी कीमत पर नही खुलने देगी। मलिक का यह भी आरोप है कि उपायुक्त मनमानी करने पर तुले हुए हैं और निगम के कनिष्ठ पदों पर कार्यरत कुछ कर्मचारियों पर बदले की भावना से प्रताड़ित करने के काम कर रहे हैं।
उपायुक्त को उनके ही ऑफिस में ताला लगाकर किया बंद
गौरतलब है कि उपयुक्त भूपेश चौधरी और नजफगढ़ जोन चेयरमैन में तनातनी काफी बढ़ चुकी है। हाल ही में सतपाल मलिक ने उपयुक्त भूपेश चौधरी को उनके कार्यलय में दो घन्टे से अधिक समय तक बंद कर करके बाहर से ताला लगा दिया था। उपयुक्त और चेयरमैन में छिड़ी तकरार का ममला काफी तूल पकड़ चुका है। सतपाल मलिक ने इस मुद्दे पर सदन में सफाई देते हुए कहा कि उन्होने यह करवाई दुर्भावनापूर्ण नही बल्कि उपयुक्त के रवैये के विरोध में प्रतीकात्मक रूप में की थी। मलिक का यह भी आरोप है कि उपायुक्त उनकी सुनते नहीं है । वैसे ब्यूरोक्रेसी का चुनावी मौसम में मिज़ाज बदलना कोई नई बात नहीं है,जग जाहिर है कि चुनाव से चंद महीने पहले ब्यूरोक्रेसी अक्सर नेताओं की सुनना बंद कर देती हैं। अब नेता जी इस बात पर काफी खफा दिखाई दे रहे हैं और उपायुक्त पर करवाई के लिए अड़े हुए हैं।
DC पर कार्रवाई और अपने निकटवर्ती कर्मचारियों को राहत की मांग
यही नही हाल ही सतपाल मलिक के निकटवर्ती कुछ निगम कर्मचारियों पर DC साहब की गाज भी गिरी है और नेता जी के हितैषी कर्मचारियों को ट्रांसफर भी कर दिया गया है। सतपाल मलिक चाहते हैं कि उपायुक्त के कोप का शिकार हुए इन कर्मचारियों को राहत दी जाए और उनके ट्रांसफर ऑर्डर को रद्द किया जाये यही नहीं तत्काल प्रभाव से उपायुक्त साहब पर कड़ी कार्रवाई की जाये और उन्हें ही फौरन ट्रांसफर कर दिया जाए
इस मुद्दे पर मेयर साहब का क्या है कहना ?
सतपाल मलिक के हाउस में इस मुद्दे पर जल्द करवाई किये जाने की मांग पर मेयर मुकेश सूर्यांन ने सतपाल मलिक को आश्वासन दिया है कि उपयुक्त के खिलाफ निश्चित रूप से करवाई की जाएगी। वह इससे पहले जिस विभाग से आये हैं उन्हें उसी विभाग में वापिस भेजा जायेगा। मुकेश सूर्यांन ने मलिक द्वारा त्यागपत्र दिए जाने की धमकी पर कहा कि आप चुने हए जन प्रतिनिधि हो,आप त्यागपत्र देने का कोई मतलब नही है।
मीडिया के सवालों से सतपाल ने काटी कन्नी
हालांकि सदन में इस मुद्दे पर खूब शोर मचाने वाले सतपाल मलिक सदन से बाहर मीडिया द्वारा इस बाबत सवाल पूछे जाने पर जवाब देने से बचते दिखाई दिए।
वहीं इस मुद्दे पर विपक्ष इसे BJP नेताओ की गुंडागर्दी क़रार दे रहा है। विपक्षी नेताओं की माने तो सत्तापक्ष के निगम पार्षदअधिकारियों पर अनैतिक दबाव बना कर अपने हित साधने ने