DSGMC के 4000 कमर्चारियों के पीएफ का घोलमाल, मनजिंदर सिंह सिरसा और कालका के खिलाफ शंटी ने की पुलिस में शिकायत
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमिटी के कमर्चारियों के हालातों में कोई सुधार होते नही दिख रहा। नोटिस के अनुसार अब कर्मचारियों को महीनों से पीएफ मिलनी भी बंद हो चुकी है। इसी क्रम में आज प्रातः,शिरोमणि अकाली दल दिल्ली(सरना) प्रतिनिधिमंडल ने नॉर्थ एवेन्यू थाने में याचिका दायर कर सम्बधित व्यक्तियों, जिसमें वर्तमान डीएसजीएमसी प्रधान मनजिंदर सिंह सिरसा और महासचिव हरमीत सिंह कालका पर करवाही की माँग की।
शिकायत पत्र शिअदद महासचिव गुरमीत सिंह शंटी द्वारा जारी किया गया। जिन्होंने पीएफ विभाग से आए
उस कारण बताओ नोटिस का हवाला दिया जिसमे 4000 से अधिक डीएसजीएमसी कर्मचारियों के खाते से पीएफ लगातार काटे जा रहे है, परंतु ना तो वह राशि पीएफ विभाग के खाते में जा रहे है , नही कर्मचारियों को भुगतान में मिल रहा है।
जानकारी हो की ईपीएफओ विभाग ने तारीख 25.01.20201 को दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमिटी को कारण बताओ नोटिस जारी किया था जिसमे महीनों से लटके भविष्य निधि राशि का जिक्र था। लेकिन अभी तक उस पर डीएसजीएमसी की तरफ से कोई जवाब नही आया है।
” डीएसजीएमसी कमर्चारियों के भविष्य के साथ सिर्फ खिलवाड़ हो रहा है। इन मेहनतकश कर्मचारियों के खाते से पैसे काटकर डीएसजीएमसी इनको अपने फजूल के खर्चो जैसे सोशल मीडिया और खुद के प्रचार पर उड़ा रही है लेकिन अपने ही मुलाजिमों के हक की कमाई नही दे रही। ”
याचिकर्ता , पूर्व डीएसजीएमसी महासचिव,गुरमीत सिंह शंटी ने 1952 के तहत ,वर्ग DLCPM0017549000 का जिक्र करते हुए, पीएफ के घोलमाल को बड़ा गबन बताया और और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमिटि के कर्ता-धर्ता मनजिंदर सिंह सिरसा और हरमीत सिंह कालका के खिलाफ धारा 420, 409,120ब के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग की।
जानकारी हो की भविष्य निधि विभाग ने पहले ही डीएसजीएमसी को कारण बताओ नोटिस भेजकर फटकार लगाई है जिसमे पीएफ की राशि ना जमा होने की परिस्थिति में , कमिटी की सम्पत्ति को जब्त करने का भी जिक्र है।