केजरीवाल सरकार के खिलाफ दिल्ली सचिवालय पर भारतीय मजदूर संघ का प्रचंड प्रदर्शन
न्यूज़ नॉलेज मास्टर, (NKM NEWS),दिल्ली सरकार की वायदा खिलाफी कर्मचारियों व मज़दूरों की बद से बदतर होती स्थिति पर भारतीय मज़दूर संघ ने आज केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया
दिल्ली प्रदेश के आह्वान पर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत कर्मचारियों,वर्कर्स और मजदूरों की मांगों को लेकर BMS के सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने दिल्ली सचिवालय का घेराव किया । इस प्रचंड प्रदर्शन में दिल्ली सरकार के अधीन संस्थान जैसे डीटीसी, दिल्ली जल बोर्ड, दिल्ली विद्युत प्रदाय, एमसीडी, हॉस्पिटल, डिसपेंसरी, स्कूल्, कॉलेज और दिल्ली आंगनवाड़ी व आशा कर्मी,श्रमजीवी पत्रकार संगठन के साथ साथ जैसे संगठनों के कर्मचारियों के अलावा बड़ी संख्या में टैक्सी ऑटो रिक्शा, ई रिक्शा ऑपरेटर्स व चालक इस आंदोलन में शामिल हुए। आंदोलन में भारतीय मज़दूर संघ के राष्ट्रीय महासचिव श्री रविंद्र हिमते विशेष रूप से उपस्थित रहे। दिल्ली प्रदेश के महासचिव डा दीपेन्द्र चाहर ने मंच का संचालन किया।
डा दीपेन्द्र चाहर ने बताया किस तरह दिल्ली सरकार सुनियोजित ढंग से डीटीसी व अन्य सरकारी संगठनों का निजीकरण कर रही है। विशेष कर डीटीसी को किस तरह पूर्ण रूप से निजी कम्पनियों के आधीन कर दिया है और सरकारी भर्ती की जगह करीब 14000 ड्राइवर कंडक्टर्स या तो निजी एजेंसी के द्वारा संविदा के आधार भर्ती किए है या फिर डैली वेज पर रखे है। डा दीपेन्द्र चाहर ने कहा कि कुल मिलाकर पिछले 10 वर्ष में केजरीवाल सरकार ने डीटीसी को कुछ चुनींदा लोगो पास गिरवी रख दिया है जिससे सारी डीटीसी की आमंदनी प्राईवेट कंपनियों को जा रही है और डीटीसी इस तरह से दिवालिया हो गईं है कि डीटीसी के 21000 पेंशनर्स को समय से भुगतान करने के लिए फंड नहीं है, यही स्थिति दिल्ली जल बोर्ड और सेवा संस्थानों की हो गई है और उनको प्राइवेट एजेंसीज चला रही है और जनता का पैसा प्राइवेट लोगों की जेब में जा रहा है। डा दीपेन्द्र चाहर ने कहा कि भारतीय मज़दूर संघ मांग करता ही कि सरकारी संस्थानों का निजीकरण रोका जाए और सभी अस्थाई कर्मचारी, ठेका कर्मचारियों को तुरंत ही पक्का किया जाए