नई दिल्ली नगरपालिका परिषद ने शिक्षक दिवस मनाया और 338 शिक्षकों को किया सम्मानित, जिनके छात्रों ने 12वीं और 10वीं बोर्ड में प्राप्त किये 100% अंक
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) ने शिक्षक दिवस मनाया , जिसमें परिषद के अध्यक्ष, भूपिंदर सिंह भल्ला द्वारा 12 वीं और 10 वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में 338 शिक्षकों को उनके छात्रों द्वारा 100% परिणाम प्राप्त करने पर प्रमाण पत्र और ट्रॉफी से सम्मानित किया। इस अवसर पर पालिका परिषद के उपाध्यक्ष – सतीश उपाध्याय, परिषद सदस्य कुलजीत सिंह चहल, श्रीमती विशाखा सैलानी, गिरीश सचदेवा और निदेशक (शिक्षा) श्री आरपी सती भी उनके साथ उपस्थित थे।
पालिका परिषद के उपाध्यक्ष – सतीश उपाध्याय ने “गुरु शिष्य परम्परा” में शिक्षण और सीखने की भारतीय परंपरा को याद दिलाया और कहा कि भारतीय संस्कृति में गुरु / शिक्षक को मोक्ष का मार्ग दिखाने वाले भगवान के समान माना जाता हैं। उन्होंने आगे कहा कि एनडीएमसी में जो नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की जा रही है, उसमें राष्ट्र के विकास को सुनिश्चित करने के लिए हर शिक्षक का कर्तव्य है कि वह इसे सही मायने में लागू करे।
अपने संबोधन में श्री भल्ला ने बताया कि एनडीएमसी शिक्षा विभाग में सुविधाओं में सुधार के लिए हर स्कूल के बुनियादी ढांचे के पुनर्मूल्यांकन पर ध्यान दिया जाएगा । उन्होंने कहा कि एनडीएमसी राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने के लिए हरेक शिक्षक के लिए एक प्रशिक्षण कैलेंडर तैयार कर रही है। अध्यक्ष – श्री भल्ला ने शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए एनडीएमसी शिक्षक पुरस्कार को फिर से बहाल करने का भी आश्वासन दिया।
परिषद सदस्य – कुलजीत सिंह चहल ने कहा कि एनडीएमसी स्कूलों में उनके द्वारा किए गए दौरे के बाद; उन्होंने बुनियादी ढांचे के स्तर पर सुधार की गुंजाइश देखी है। उन्होंने सुझाव दिया कि एनडीएमसी NIFT जैसे संगठन के साथ सहयोग कर सकती है। उन्होंने यह भी बताया कि एनडीएमसी में शिक्षा प्रणाली में बड़े बदलाव जल्द ही दिखाई देंगे। श्री चहल ने आज सुबह नई दिल्ली में नवयुग स्कूल, सत्य सदन का भी दौरा किया और शिक्षकों द्वारा दी जा रही सेवाओं की सराहना की और छात्रों को अपने जीवन में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित भी किया।
पालिका सदस्य – श्रीमती विशाखा सैलानी ने इस अवसर पर कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लिए अच्छी शिक्षा बच्चों और युवाओं के स्कूल और कॉलेजों में भविष्य बनाने की पहली सीढ़ी है। और भारत को आत्मनिर्भर बनाने में शिक्षकों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने राजधानी के निजी स्कूलों से बढ़कर उत्कृष्ट परिणाम के लिए एनडीएमसी शिक्षकों के प्रयासों की सराहना की।
आज पालिका परिषद के शिक्षक दिवस समारोह में 28 स्कूलों के 338 शिक्षकों का चयन उनके 12वीं और 10वीं कक्षा के छात्रों के शत-प्रतिशत परिणाम के लिए सम्मानित करने के लिए किया गया। समारोह में 12 स्कूल प्रमुखों/प्राचार्यों को भी बोर्ड परीक्षा में स्कूल के शत-प्रतिशत परिणाम के लिए सम्मानित किया गया। आठ शिक्षकों को उनके संबंधित विषय के छात्रों द्वारा के 100% परिणाम के लिए सम्मानित किया गया। एक शिक्षक को एनडीएमसी स्कूलों की वेबसाइट बनाने में उनके विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया गया।