पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के जन्म दिवस के उपलक्ष में दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला “मानववाद का एकात्मवाद दृष्टिकोण” विषय पर आयोजन
वैश्विक अध्ययन केंद्र दिल्ली विश्वविद्यालय का एकात्म मानवतावाद, अनुसंधान व विकास फाउंडेशन भारतीय समाज विज्ञान अनुसंधान परिषद द्वारा पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के जन्म दिवस के उपलक्ष में दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला मानववाद का एकात्मवाद दृष्टिकोण पंडित दीनदयाल उपाध्याय की विचारों का क्रियान्वयन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के पहले दिन का प्रारंभ उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ विनय सहस्त्रबुद्धे सांसद राज्यसभा अध्यक्ष भारतीय सांस्कृतिक अनुसंधान परिषद, वक्ता श्री राजकुमार भाटिया व आचार्य सुनील कुमार चौधरी निदेशक वैश्विक अध्ययन केंद्र के मार्गदर्शन में हुआ।
विनय सहस्त्रबुद्धे ने कहा,
एकात्म मानववाद से मानव अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्होंने मानव केंद्रित समझ की बात की है। उनके एकात्मवाद का अर्थ बिखरा हुआ नहीं है अपितु उनका अर्थ एकत्र को और अधिक प्रबल करना है। ।
सुनील चौधरी कहा कि
दीनदयाल जी का एकात्म मानववाद परिवार की ओर इंगित करता है जो देश को सशक्त करने का कार्य करता है।
केंद्र द्वारा आयोजित कार्यक्रम के आज के 2 अन्य सत्र में मुख्य अतिथि के रुप में डॉक्टर महेश शर्मा, संस्थापक एकात्म मानववाद अनुसंधान और विकास फाउंडेशन, प्रोफेसर गीता सिंह सीपीडीएचई दिल्ली विश्वविद्यालय, डॉक्टर अशोक गाड़िया, कुलपति मेवाड़ विश्वविद्यालय, राजस्थान एवं डॉ शैलेंद्र कुमार संयुक्त सचिव वित्त मंत्रालय, भारत सरकार का रहना हुआ