देखिये कौन बनेगा राजेन्द्र नगर का MLA ? BJP के राजेश का होगा राज या फिर दुर्गेश बचा पाएंगे AAP का दुर्ग ?
संदीप शर्मा
न्यूज़ नोलेज मास्टर, NKM NEWS,दिल्ली की निगाहें राजेंद्र नगर विधानसभा सीट उपचुनाव में हुए मतदान पर है .. इस सीट पर आज हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी राजेश भाटिया और आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी दुर्गेश पाठक में सीधा सीधा मुकाबला है । ईवीएम में प्रत्याशियों की किस्मत आज मत पेटी में बंद हो चुकी है। कांग्रेस पार्टी की प्रत्याशी प्रेमलता भी चुनावी मैदान में हैं हालांकि मुकाबला वह आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी में ही सीधा सीधा माना जा रहा है । वैसे राजेंद्र नगर विधानसभा उपचुनाव पर बीजेपी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों सहित 20 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमाने चुनावी मैदान में उतरे हैं
राजेंद्र नगर सीट पर किस पार्टी का पलड़ा भारी ?
भारतीय जनता पार्टी ने बाहरी बनाम स्थानीय के मुद्दे को इस चुनाव का मुख्य आधार बनाया । साथ ही आम आदमी पार्टी सरकार विफलताओं को लेकर जनता के बीच में BJP के तमाम बड़े नेता मतदाताओं के बीच गए। वही आम आदमी पार्टी ने राजेंद्र नगर विधानसभा उपचुनाव में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ही अपना चेहरा बनाया ना कि अपने प्रत्याशी दुर्गेश पाठक के नाम पर वोट मांगे । हालांकि रणनीतिक दृष्टि से राजेश भाटिया ही BJP के बेहतर उम्मीदवार के तौर पर माने जा रहे हैं । इससे पहलेआर पी सिंह को शिकस्त का सामना करना पड़ा है।
आम आदमी पार्टी ने जनता के बीच में यह संदेश देने की भी कोशिश की राज्य में जिस दल की सरकार हो क्षेत्र के विकास में उसी पार्टी के विधायक को बनाकर ही विकास कार्यो को आगे बढ़ाया ज सकता है ।
इस सीट पर जहां BJP के बड़े नेता चुनाव प्रचार में उतरे वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी अपनी पूरी ताकत इन उपचुनावों में झोंकते हुए नजर आए।
अब अब लाख टके का सवाल यह है कि आखिर राजेंद्र नगर विधानसभा चुनाव में जो मतदान हुआ है उसमें किस पार्टी का पलड़ा भारी रहने वाला है और कौन बनेगा राजेंद्र नगर का विधायक ? यह सवाल हर उस शख्स के जहन में कुलबुला रहा होगा जो दिल्ली के सियासत में रुचि रखता है। न्यूज़ नॉलेज मास्टर की टीम के पास जो खबर आ रही है उसके मुताबिक आम आदमी पार्टी के स्थिति BJP की तुलना में बेहतर बताई जा रही है। यूँ कहें कि इस सीट पर AAP हैट्रिक लगा सकती है । आम आदमी पार्टी के दुर्गेश पाठक इस उपचुनाव में BJP के प्रत्याशी राजेश भाटिया पर भारी पड़ते दिखाई दे रहे हैं।
राजेन्द्र नगर सीट के इलाकों में किसकी क्या स्थिति ?
राजेंद्र नगर सीट के विभिन्न क्षेत्रों को देखा जाए तो मतदान के जो अनुमान सामने आ रहे है उसमे राजेंद्र नगर सीट पर BJP के पक्ष में मतदान हुआ है । राजेंद्र नगर का इलाका है उच्च और मध्यमवर्गीय परिवार यहां पर रहते हैं । इस इलाके में ओल्ड और न्यू राजिंदर नगर की बात करें तो यहां पर भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में मतदान की खबर है । बावजूद इसके BJP के लिए यहां से राजेंद्र नगर से कोई लाभ मिलता नजर नहीं आ रहा है क्योंकि राजेंद्र नगर के मतदाता उम्मीद के मुताबिक मतदान के लिए बाहर नहीं निकले। राजेंद्र नगर के दूसरे इलाकों की तरफ चलते हैं । पांडव नगर,सत नगर,100 क्वार्टर में मतदान आम आदमी पार्टी पक्ष में होता दिखाई दे रहा है। वहीं नारायणा गांव,दसघरा, टोड़ापुर के अंदर भी जो रुझान मिल रहे हैं वो मिलेजुले है लेकिन बावजूद इसके आम आदमी पार्टी BJP से बेहतर प्रदर्शन करती नजर आ रही है । इसकी वजह यह है कि गांव के वाल्मीकि और जुलाहा वर्ग की वोट आम आदमी पार्टी को मिलने की खबर आ रही है। वहीं BJP को जे.जे कॉलोनी से बड़ा झटका लगता दिखाई दे रहा है। दूसरे शब्दो मे जे.जे कॉलोनी के जो इलाके हैं वहां आम आदमी पार्टी अपना वोट बैंक संभाले रखने में सफल होती दिखाई दे रही है। वहीं केजरीवाल के चेहरे पर दुर्गेश पाठक चुनावी मैदान में उतरे और AAP की यह रणनीति सफल होती दिखाई दे रही है। इन इलाकों में केजरीवाल ही अभी मतदाताओं की पहली पसंद बने हुए हैं।
यही वजह है कि इन उपचुनावों में भी आम आदमी पार्टी अरविंद केजरीवाल के नाम पर ही मतदाताओं से वोट मांगती हुई नजर आई । BJP जिन इलाकों में अच्छा प्रदर्शन कर सकती है वहां के वोटर को मतदान केंद्र तक लाने में BJP सफल नज़र नही आई।
दिल्ली के मुख्य चुनाव कार्यालय (सीईओ) द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक, राजिंदर नगर विधानसभा क्षेत्र में गुरुवार को हुए उपचुनाव में 43.75 फीसदी मतदान हुआ। 2020 में, निर्वाचन क्षेत्र के लिए मतदान 58.72% था।
उपचुनाव नतीजों का दिल्ली की सियासत पर असर ?
यह चुनाव दोनों ही पार्टियों के लिए नाक का सवाल बना हुआ था । दिल्ली नगर निगम के एकीकरण के बाद आम आदमी पार्टी भारतीय जनता पार्टी पर हमलावर रही है । आम आदमी पार्टी के नेता लगातार यह मुद्दा जनता के बीच में ले जा रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी हार के डर से दिल्ली नगर निगम के चुनाव टाल दिए। ऐसे में अगर आम आदमी पार्टी भारतीय जनता पार्टी को इन चुनावों में शिकस्त दे देती है तो आगामी नगर निगम चुनाव के मद्देनजर भाजपा के कार्यकर्ताओं के मनोबल पर इस हार का नकारात्मक असर पड़ता दिखाई देगा ।
ऐसे में राजेंद्र नगर विधानसभा उपचुनाव के नतीजे भारतीय जनता पार्टी की रणनीति पर बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा कर देंगे ? आखिर क्यों बाहरी बनाम स्थानीय का मुद्दा बहुत ज्यादा कारगर होता क्यों नही दिखाई दिया। वहीं BJP ही BJP को हराती है वाली अवधारणा भी दिल्ली बीजेपी की अंदरूनी कलह को और बढ़ा सकता है । इसके साथ ही प्रदेश नेतृत्व की जनता की नब्ज को टटोलने में चूक नेतृत्व की रणनीति पर सवाल खड़े करेगी।