श्री केशव रामलीला कमेटी ने भगवान राम के चरित्र को घर घर पहुंचाने का किया अनूठा प्रयास, “राम आदर्श सम्मान” से सम्मानित कर की एक नई पहल
दिल्ली में रामनवमी के साथ ही राम लीलाओं का समापन होने जा रहा है । श्री केशव राम लीला कमेटी,नेता जी सुभाष पैलेस,पीतम पुरा में पिछले 14 वर्षों से राम लीला का भव्य आयोजन कर रही है । पीतमपुरा NSP में आयोजित की जाने वाली इस रामलीला कमेटी भगवान श्री राम की लीलाओं के “सम्पूर्ण रामायण”के रुप में मंचन, भव्य प्रस्तुतिकरण,लेटेस्ट मॉडर्न टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल,व अपने अनूठे प्रयासों के चलते पूरी दिल्ली में चर्चाओं का केंद्र बिंदु बनी हुई है । इस बार ‘राम आदर्श सम्मान’ का आयोजन कर भगवान श्री राम के आदर्श चरित्र को घर घर पहुंचाने की कमेटी ने बडी ही नयाब कोशिश है।
भगवान श्री राम के आदर्शो को प्रचारित प्रसारित करने हेतु कमेटी ने आदर्श पिता, आदर्श माता,आदर्श पति,आदर्श पत्नी,आदर्श पुत्र,आदर्श पुत्री,आदर्श बहन,आदर्श भ्राता व आदर्श सेवक के सम्मान के लिए उपयुक्त पात्रों के चुनाव के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे । श्री केशव रामलीला कमेटी द्वारा नियत ज्यूरी ने सैंकड़ों की संख्या में प्राप्त
आवेदकों में से सर्वश्रेष्ठ पात्रों का चुनाव किया गया है । राम लीला के मंच पर जिन्हें सम्मानित व पुरुस्कृत किया गया । उनमें सुश्री अनुरिता दीवान को आदर्श माता, सुश्री उषा शर्मा को आदर्श पत्नी,श्री लक्ष्मण तिवारी को आदर्श पुत्र, श्री मोहनलाल मित्तल को आदर्श पति,श्री उदय शंकर महावर को आदर्श पिता, श्री अंकुश गुप्ता को आदर्श भ्राता, श्री नरेश जायसवाल को आदर्श सेवक, सुश्री प्रियंका दीवान को आदर्श पुत्री का सम्मान दिया गया ।
श्री केशव राम लीला कमेटी के अध्यक्ष श्री अशोक गोयल देवराहा ने बताया कि भगवान श्री राम के चरित्र को घर घर पहुंचाने के लिए इस बार कमेटी श्री राम के जीवन मे घटित घटनाओं के आधार पर एक विशेष सम्मान का आयोजन करने का निर्णय लिया था ।
अशोक गोयल देवराहा ने बताया कि इस बार कमेटी ने अपने आप मे बहुत से अनूठे प्रयास किए हैं जो पहले कभी नही हुए । कमेटी द्वारा ये प्रयास इसलिए किए जा रहे हैं ताकि भारत की युवा पीढ़ी अपनी सनातन संस्कृति की जड़ों से जुड़ सके । कुछ सनातन विरोधी भारत की युवा पीढ़ी को भ्रमित कर उन्हें पथभ्रष्ट करने के कुत्सित प्रयास कर रहे है
‘राम आदर्श सम्मान’ सम्मान को आयोजित करने की महत्वपूर्ण वजह नई पीढ़ी को भारतीय सनातन संस्कृति से भगवान श्री राम के आदर्श चरित्र को हर घर व जनमानस तक पहुंचाना है ।