तीसरे मोर्चे की कवायद फिर शुरु,जानिए बिना बीजेपी और कांग्रेस के मोर्चे की तैयारी में जुटा कौन ?
न्यू दिल्ली,न्यूज़ नॉलेज मास्टर(NKM), , देश में भाजपा के लगातार बढ़ेत वर्चस्व से विपक्ष परेशान हैं..जहां कांग्रेस सिमटती जा रही है वहीं क्षेत्रिय दलों को भी अपने अस्तित्व की चिंता सताने लगी है। इन्ही सब के बीच तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने तीसरे मोर्चे के गठन की योजना की बात कही है। राव ने इस बात का भी ऐलान किया कि तीसरा मोर्चा कांग्रेस और भाजपा के बिना ही बनाया जाएगा। चंद्रशेखर राव ने कहा कि गैर-कांग्रेस और गैर-भाजपा फ्रंट को आगे आना चाहिए और सभी शक्तियों को राज्य सरकारों को स्थानांतरित किया जाना चाहिए।
पूर्वोत्तर के तीन राज्यों में वाम और कांग्रेस की हार के बाद संवाददाता सम्मेलन में शनिवार को राव ने तीसरा मोर्चा जैसा मंच बनाने का संकेत दिया था। आपको बता दें कि रविवार को तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) प्रमुख ने कहा था कि, ‘कांग्रेस और बीजेपी गवर्नेंस में पूरी तरह फेल हुई है। हम किसानों की आत्महत्याएं देख रहे हैं। आजादी के 70 सालों बाद भी ऐसा क्यों हो रहा है? उन्होंने लोगों को जाति, धर्म और राजनीति के नाम पर बांट दिया है पर इंसाफ नहीं किया।’ ‘कांग्रेस के बाद हमने बीजेपी को वोट किया, इन 4 सालों में क्या हुआ? कुछ नहीं बदला। मेडिकल, शिक्षा, खेती, शहरी विकास राज्यों को दे देना चाहिए पर वे ऐसा नहीं कर रहे। केंद्र ने इन सभी को अपने हाथों में रखा है।’
तीसरे मोर्चे को ममता और ओवैसी का मिलेगा समर्थन
तीसरे मोर्चे को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चंद्रशेखर राव का समर्थन करने का वादा किया है। वहीं एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अगले लोकसभा चुनाव के बाद क्षेत्रीय दल सरकार गठन के लिहाज से महत्वपूर्ण होंगे और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव इसमें अहम भूमिका निभाएंगे। ओवैसी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,
‘मुझे लगता है कि जब भी संसदीय चुनाव होंगे, क्षेत्रीय दल एक बेहद, बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। मेरा मानना है कि चंद्रशेखर राव संसदीय चुनाव से पहले और उसके बाद एक अहम भूमिका निभाएंगे। अब देश उन दलों की तरफ देख रहा है जो भाजपा एवं कांग्रेस के खिलाफ हैं।’