BJP की दिल्ली विधानसभा प्रत्याशियों की सूची का इंतज़ार-क्या होगा उन नामों पर विचार जो पहले गए चुनाव हार ?
संदीप शर्मा
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा में प्रत्याशियों की सूची का इंतज़ार लम्बा हो चला है जहां आम आदमी पार्टी अपने 70 उम्मीदवारों की सूची जारी कर चुकी है वहीं कांग्रेस ने भी अपनी पहली सूची में 21 नाम की घोषणा कर दी है । इस बीच दिल्ली प्रदेश कार्यलय 14 पन्त मार्ग पर एक तरफ मीटिंग का दौर चल रहा है तो दूसरी तरफ टिकटार्थियों का मेला लगा हुआ है ।
इसी बीच ऐसे प्रत्याशी जो दो यां तीन तीन बार चुनाव हार चुके हैं । उनका पार्टी के स्थानीय संगठन में भारी विरोध हो रहा है । पार्टी कार्यलय में बुधवार को नांगलोई जाट और शालीमार बाग विधानसभा के स्थानीय कार्यकर्ता हारे हुए प्रत्याशियों के खिलाफ पार्टी आलाकमान को अपना संदेश पहुंचाने की कवायद में लामबद्ध दिखाई दिए ।
शालीमार बाग विधानसभा जो एक वक्त पर बीजेपी का गढ़ मानी जाती थी लेकिन आज अपनी खोई सीट को हासिल करना एक बड़ी चुनौती है । मौजूदा निगम पार्षदा हैं रेखा गुप्ता पिछली दो बार से लगातार विधानसभा चुनाव हार रही हैं । पार्टी के आधा दर्जन से अधिक नेता इस सीट पर रेस में हैं जो उनकी दावेदारी पर प्रश्न चिन्ह लगा रहे हैं । उनका कहना है कि इस बार पार्टी को किसी मजबूत नेता पर दांव खेलना चाहिए। तर्क है कि साल 2015 में रेखा 11 हज़ार मत से AAP की बन्दना कुमारी से चुनाव हारी जबकि 2020 में वह फिसड्डी साबित हुई तो तीसरी बार चुनाव जीत पाएंगी इसकी क्या गारंटी है ।
इस पद पर रेस में रेखा गुप्ता के अलावा वार्ड 57 पीतमपुर से निगम पार्षद अमित नागपाल, पूर्व निगम पार्षदा अंजू जैन, तिलक राज कटारिया, सुरजीत ठाकुर,ममता नागपाल शामिल हैं तो वहीं भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ के संयोजक भारत अरोड़ा,व अग्रवाल समाज शालीमार बाग के अध्यक्ष राकेश बंधु भी शामिल हैं ।
वहीं नांगलोई जाट से मनोज शौकीन का भी इसी तर्ज पर विरोध हो रहा है । पिछली बार 2020 में मनोज शौकीन की जगह पर उनकी धर्मपत्नी को टिकट दिया गया था जिन्हें AAP की सरकार में हाल ही में मंत्री बने रघुवेन्द्र शौकीन ने शिकस्त दी । इससे पूर्व साल 2015 में मनोज शौकीन भी रघुवीन्द्र शौकीन से चुनाव हार चुके हैं । नांगलोई जाट सीट पर पूर्व निगम पार्षद व दिल्ली भाजपा के मौजूदा उपाध्यक्ष विनय रावत, मौजूदा निगम पार्षदा मोनिका गोयल,पूर्व निगम पार्षद सुरेंद्र मोहन पांडे, ,ऋतुराज गहलोत, संजय चावला, थान सिंह यादव सरीखे नाम दौड़ में शामिल हैं ।
अब देखना यह है कि पार्टी 2025 के चुनाव में फिर से जो प्रत्याशी चुनाव हार चुके हैं उन पर दांव खेलती है या किन्हीं नए चेहरों को मौका देती है।