शार्ट सर्विस कमीशन से सेवानिवृत्त अधिकारी प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात का क्यों मांग रहे हैं समय ?
सेवानिवृत्त शॉर्ट सर्विस कमिशन से अधिकारी परेशान चल रहे हैं। इनकी परेशानी की वजह है सरकारों का उदासीन रवैया। यह कोई नया मामला नही है । पिछले कई दशकों से यह सेवानिवृत्त SSCO अधिकारी केंद्र सरकार से पेंशन व कैशलेस उपचार सुविधा की मांग करते आ रहे हैं लेकिन सरकार ने उनकी मांगों पर आज तक कोई ध्यान नहीं दिया है ।
सीमा पर दुश्मन से लोहा लेने वाले अधिकारी अपने अधिकारों को न मिलने के चलते इनमें अब रोष व्याप्त होता जा रहा है। इन सेवानिवृत्त अधिकारियों की एसोसिएशन भी समय-समय पर राष्ट्रपति प्रधानमंत्री केंद्रीय रक्षा मंत्री रक्षा मंत्रालय के उच्च अधिकारियों से गुहार भी लगा चुकी है। जिंदगी के आखिरी पड़ाव से मैं उन्हें परेशान न किया जाए। उनकी मांगों को मान लिया जाए लेकिन ऐसा होता हुआ दिखाई नहीं दे रहा।
शॉर्ट सर्विस कमीशन से सेवानिवृत्त कैप्टन हरीश पूरी ने कहा
उन्हें हर जगह से केवल आश्वासन ही मिल रहा है, लेकिन उनकी समस्या का समाधान आज तक भी नहीं हो पाया है। वह और उनकी संस्था के अन्य सदस्य अपने अधिकारों की मांगों को लेकर आज भी प्रयासरत है।
इस क्रम में पंजाब के मोहाली क्षेत्र स्थित सेक्टर 112 आरकेएम सिटी में कमीशन के पूर्व अधिकारियों की बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में पूर्व अधिकारी शामिल हुए। कैप्टन जी एस रैना ने कहा कि जान पर खेलकर देश की रक्षा करने वाली गैस सैन्य अधिकारी 60 वर्ष की आयु होने पर भी पेंशन के हकदार क्यों नहीं है । जब भर्ती के एक दिन बाद देश के काम आ जाने वाले जवान को सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं तो देश के लिए जी जान से लड़ने और जंग जीते जाने वाले लोग सम्मान की जिंदगी जीने के बजाय दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर क्यों है?
प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, रक्षा मंत्री तक बार-बार गुहार लगाए जाने के बाद भी कुछ होता दिखाई नही दे रहा । ऑफिसर्स के वेलफेयर एसोसिएशन ने इस मुद्दे पर इंसाफ के लिए अदालत में भी गुहार लगाई हुई है हालांकि इस मुद्दे पर हमें हर जगह से तरह-तरह के आश्वासन तो अवश्य मिलते रहे, लेकिन अब तक धरातल पर कुछ भी नहीं हुआ। पूर्व सैन्य अधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री से मिलने के समय की हम मांगा कर रहे हैं तांकि उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया जा सके।