दिल्ली मेट्रो के किराया बढ़ोतरी पर केजरीवाल और कांग्रेस कर रही है नोटंकी-हरीश खुराना

दिल्ली मेट्रो के किराया बढ़ोतरी को लेकर सियासी तापमान बढ़ा हुआ है। आज से दिल्ली मेट्रो से सफर करना महंगा हो गया है। केजरीवाल सरकार ने मेट्रो में किराया बढ़ोतरी का ठीकरा केन्द्र सरकार पर फ़ोड़ते हुए केंद्र को चिट्ठी लिखकर तमाम प्रस्ताव भेजे हैं । पत्र के मुताबिक केजरीवाल ने मेट्रो को दिल्ली सरकार को सौंपने और मौजूदा किराया बढ़ोत्तरी को रोकने के लिए 1500 करोड़ दिल्ली सरकार की तरफ से देने की पेशकश की है।दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता हरीश खुराना ने इस मुद्दे पर केजरीवाल सरकार और कांग्रेस के विरोध को नोटंकी करार दिया है।
हरीश खुराना का कहना है कि दिल्ली सरकार को पहले से ही पता था कि मेट्रो का किरया बढ़ने वाला है तो फिर अब इस विरोध का क्या मतलब है। खुराना का कहना है कि दिल्ली मेट्रो में किराये की बढ़ोतरी केजरीवाल सरकार की सहमति से हुई है। जिस समिति ने मेट्रो का किराया बढाने की सिफारिश की थी उसमें दिल्ली सरकार के दो प्रतिनिधि शामिल हुए थे। खुराना ने केजरीवाल सरकार से सवाल करते हुए कहा कि किराया पहले फेज़ में जब बढ़ा था तब AAP ने विरोध क्यों नहीं किया। अब भी केजरीवाल सरकार को तीन महीने से पता था कि किरया बढ़ने वाला है तब विरोध क्यों नहीं किया। खुराना ने कहा कि केजरीवाल सरकार दिल्ली मेट्रो में 50 प्रतिशत की हिस्सेदार है। किराया बढ़ाने का फैसला इनकी रज़मंदी से हुआ है। केजरीवाल सरकार बिजली कम्पनियों को पैसा दे सकती है तो मेट्रो को भी दे दे। खुराना की माने तो दिल्ली सरकार द्वार मेट्रो के टेकऑवर किये जाने की बात व्यवहारिक नही है। केन्द्र सरकार की इसमें बराबर की हिस्सेदारी है। मेट्रो की सम्पत्तियों का मुल्यांकन करना क्या आसान काम है। खुराना ने केजरीवाल सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि दिल्ली इन से संभल नहीं रही और ये मेट्रो संभालेंगे।
गौरतलब है कि कल भी दिल्ली सरकार द्वारा बुलाये गये विधानसभा के विशेष सत्र में भी जमकर हंगामा हुआ। बीजेपी विधायकों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्रदर्शन किया.बीजेपी विधायकों सीएम केजरीवाल द्वारा विधानसभा में आपत्तिजनक भाषा का उपयोग करने को लेकर जमकर बवाल काटते नज़र आये। बीजेपी और आप विधायकों के बीच जमकर नारेबाजी और तू-तू मैं मैं हुई. विधानसभा में जारी हंगामे के बीच बीजेपी विधायक ओ पी शर्मा को बदतमीज़ आदमी कहकर स्पीकर ने मार्शल से बाहर करवा दिया तो बीजेपी के 2 विधायकों भी विरोध में वॉकआउट कर गये.इस सियासी ड्रामेबाजी में कांग्रेस विधानसभा में तो अपनी कोई भूमिका निभा नही सकती थी लिहाज़ा स्टूडेंट विंग (NSUI) ने विश्विधालय स्टेशन पर मेट्रो रोककर अपनी भूमिका निभा दी। खुराना ने कहा कि कांग्रेस दावारा मेट्रो को विरोध के नाम पर रोकना जनता में गलत संदेश देना है। कल कोई भी विरोध के नाम पर मेट्रो को रोकेगा। दिल्ली की लइफ लाईन बन चुकी है मेट्रो को रकना सरासर गलत है। इस तरह की सियासत इस मुद्दे पर नही होनी चाहिए । दिल्ली मेट्रो को सुचारुरुप से चलाने के लिए विकल्प ढूंढे जाने चाहिए। बीजेपी भी किराया बढ़ोतरी के पक्ष में नही है।

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