केंद्र पर फिर हमलावर दिल्ली सरकार,हिटलर से कर डाली मोदी की तुलना।

न्यूज़ नॉलेज मास्टर(NKM),आज आम आदमी पार्टी की छात्र विंग CYSS ने दिल्ली के साउथ कैम्पस के पास तमिल संगम ऑडिटोरियम में आयोजित एक कार्यक्रम में आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने बिना नाम लिए केंद्र की मोदी सरकार की तुलना जर्मनी के तानाशाह हिटलर से करते हुए तीखा हमला बोला

कार्यक्रम में छात्रों को संबोधित करते हुए गोपाल राय ने कहा कि

आज देश में राष्ट्रवाद के नाम पर जनता को गुमराह किया जा रहा है और अब छात्रो के साथ भी वही खेल खेला जा रहा है। सभी जानते हैं की देश का हर युवा अपने देश के लिए दिल में एक जज्बा रखता है! आज युवाओं को राष्ट्रवाद के नाम पर बहका कर उनके जज्बातों को वोट के रूप के भुनाने का काम किया जा रहा है। लेकिन युवाओं को इसे समझने की ज़रूरत है। अगर अभी इस नकारात्मक राष्ट्रवाद के खेल को नहीं समझे तो बाद में पछताने पड़ेगा।आज देश में एक धर्म के नाम पर राष्ट्रवाद स्थापित करने की बात कही जा रही है। लेकिन इतिहास गवाह है की इसके परिणाम हमेशा ही भयावह रहे है। हिटलर का उदहारण देते हुए उन्होंने कहा कि हिटलर ने भी जर्मनी में ऐसा ही प्रयोग करने की कोशिश की थी, लेकिन अंत में परिणाम ये हुआ कि हिटलर को खुद को ही गोली मार कर आत्महत्या करनी पड़ी और जर्मनी के दो टुकड़े हो गए

गोपाल राय ने कहा की अगर एक धर्म के आधार पर राष्ट्रवाद स्थापित होने से देश का विकास होता है तो आज पाकिस्तान दुनिया के टॉप 10 देशो में गिना जाता।

ये बड़ा ही दुखद है कि राजनितिक फायदे के लिए कुछ लोग आज नकारात्मक राष्ट्रवाद का ये ज़हर देश के युवाओं और छात्रों के दिमाग में भी भरने लगे हैं। युवा देश के आने वाले कल की नीव है।
आज विश्वविध्यालय में होने वाले छात्रों के चुनाव में, गुंडागर्दी और पैसो के बल पर चुनाव लड़े जाते हैं! ये देश के लिए बहुत ही गंभीरता का विषय है।

गोपाल राय ने मंच के माध्यम से सभी छात्रों से अनुरोध किया कि इस बार CYSS और AISA दोनों को मिलकर एक नए और सकारात्मक राष्ट्रवाद की स्थापना की शुरुआत करनी पड़ेगी। विश्वविद्यालय के छात्रों और युवाओं के बीच जाकर उन्हें जागरूक करना पड़ेगा और जिस तरह से दिल्ली की जनता ने इस बार गुंडागर्दी और पैसों की राजनीति से ऊपर उठकर विकास और सकारात्मकता की राजनीति को चुनते हुए, आम आदमी पार्टी को प्रचण्ड बहुमत से जिताया था। उसी प्रकार से छात्रों को भी इस बार गुंडागर्दी और पैसों की राजनीति से ऊपर उठकर बेहतर शिक्षा, अनुशासन, समाधान और सकारात्मक राष्ट्रवाद विश्वविद्यालय के परिसर में स्थापित करने के लिए, CYSS और AISA के इस सांझे गठबंधन को जिताना पड़ेगा।

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