सुष्मा की समझदारी से संसद में फज़ीहत से बची बीजेपी-अनंत कुमार को अमित शाह ने सुनाई खरी-खरी

संसद में भाजपा के कमजोर फ्लोर प्रबंधन के चलते बीजेपी की फज़ीहत होते होते रह गई। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार को इसे लेकर खूब खरी-खोटी सुनाई है। अनंत को खरी-खरी सुनाते हुए शाह ने उन्हें निर्देश दिया कि वे सत्र के दौरान सदन की कार्यवाही से नदाराद रहने वाले सांसदों के पेंच कसें। दरअसल पार्टी की ओर से व्हिप जारी होने के बावजूद बुधवार को ओबीसी आयोग विधेयक पर सरकार की दोबारा से फजीहत होते-होते बची। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की समझदारी ने सरकार को इस बिल पर फजीहत होने से बचा लिया।
लोकसभा में बुधवार को ओबीसी आयोग संशोधन बिल पारित करने के लिए पेश किया गया था। इसपर चर्चा के बाद वोटिंग होनी थी। मगर सदन में सत्ताधारी सदस्यों की संख्या कम थी। इससे पहले पिछले वर्ष राज्यसभा में भी भाजपा सांसदों की गैरहाजिरी की वजह से इस विधेयक में विपक्ष का संशोधन स्वीकार हो गया था। उस संशोधन को दोबारा से अलग कर सरकार ने लोकसभा में संशोधित बिल पेश किया है। जिसपर बुधवार को चर्चा के बाद वोटिंग होनी थी।
पिछले दिनों जब बिल पेश होने के लिए टेबल किया गया तो सरकार की फजीहत होनी तय थी। लेकिन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की समझदारी ने यहां लोकसभा में राज्यसभा की तरह फजीहत होने से बचा लिया। कांग्रेस नेता राजीव सातव के बाद भाजपा सांसद गणेश सिहं ने ओबीसी विधेयक पर सत्तापक्ष का पक्ष रखा। इसके बाद वोटिंग होनी थी। तभी तृणमूल के कल्याण बनर्जी ने सिंह के भाषण पर टोका टाकी की। तो स्पीकर ने उन्हें बोलने का मौका थमा दिया। इस बीच सुषमा ने सदन में भाजपा सांसदों की संख्या पर नजर दौड़ाई तो वे कम थे।
उन्होंने राज्य मंत्री गिरिराज सिंह की ओर कुछ लिखकर भिजवाया। बताया जा रहा है कि उन्होंने सिंह को सदन स्थगित कराने का इशारा किया था। कल्याण के संबोधन के बीच ही गिरिराज ने कल्याण पर अक्रामक टिप्पणी की। इस बीच दोनों पक्षों के बीच शोर बढ़ गया। कल्याण ने जहां गिरिराज के आचरण को मंत्री की मर्यादा के खिलाफ बताया तो सत्तापक्ष की ओर से कल्याण के खिलाफ शोर होने लगा। इस बीच लोकसभा अध्यक्ष ने मौका देख सदन की कार्यवाही अगले दिन यानि शुक्रवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
काम न करने वाले सांसदो को शाह ने दी नसीहत
ओबीसी विधेयक पर राज्यसभा के बाद लोकसभा में सरकार के फ्लोर प्रबंधकों की कलई खुलने के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के तेवर चढ़े हुए हैं। उन्होंने संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार को तलब कर उन्हें दो टूक शब्दों में सांसदों को संदेश देने को कहा है। सूत्र बताते हैं कि शाह ने सांसदों को दिए जाने वाले संदेश में अनंत से कहा- जिन सांसदों की रूचि सदन की कार्यवाही में नहीं है, वे घर जाकर आराम करें। शाह की नसीहत के बाद पार्टी के 12 से 14 सांसदों को संसदीय कार्य मंत्री की ओर से संदेश दिए गए
हर सत्र से पहले पीएम मोदी पार्टी सांसदों से अपील करते हैं कि वे सदन में उपस्थित रहें। मगर मोदी के नसीहत का भी भाजपा सांसदों पर असर होता दिखाई नहीं दे रहा है। कई मौकों पर सरकार को सांसदों की अनुपस्थिति के वजह से फजीहत झेलनी पड़ी है। अब सांसदों को कसने की कमान खुद भाजपा अध्यक्ष ने अपने हाथों में ली है।

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