सुष्मा के ज़ोरदार पंच से हिला पाकिस्तान-हैवानियत की हदें पार करने वाले हमे इंसानियत का पाठ न पढ़ाये।
संयुक्त राष्ट्र संघ महासभा में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने हिन्दी के संबोधन में पाक को इतना धोया कि उसको नानी याद आ गई। सुष्मा ने पाक के मूंह पर ज़ोरदार तमाचा ज़ड़ते हुये कहा है कि हैवानियत की सारी हदें पार करने वाला पाकिस्तान में इंसानियत का पाठ न पढ़ाये। पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि हम गरीबी से लड़ रहे हैं और पाकिस्तान हमसे लड़ रहा है। खाकन अब्बासी ने हम पर आरोप लगाए। मानव अधिकार उल्लंघन का आरोपी बताया।
जो मुल्क हैवानियत की हदें पार करता है, वह यहां खड़े होकर हमें शांति का पाठ पढ़ा रहा था। जिन्ना ने शांति विरासत में दी या नहीं, यह तो तय नहीं है लेकिन ये सच है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने दोस्ती की पहल की थी। किसने इसे बिगाड़ा इसका जवाब अब्बासी स्वयं दें। भारत व पाक एक साथ आजाद हुए थे। आज भारत आईटी का सुपर पॉवर बन रहा है और पाकिस्तान की पहचान एक आतंकवादी मुल्क के रूप में बन गई है।क्या आपने सोचा कि इसके पीछे क्या वजह है। उन्होंने कहा कि हमने आईआईटी बनाया, आईआईएम बनाया, आईटी इंडस्ट्री बनाई। हमने एम्स बनाए। हमने अंतरिक्ष के क्षेत्र में सफलताएं पाईं। आपने लश्कर बनाया, मुजाहिदीन बनाया, आतंकी कैंप बनाए।
हमने वैज्ञानिक, डाक्टर, इंजीनियर पैदा किए, आपने दहशतगर्द पैदा किए। डाक्टर मरते लोगों की जिंदगी बचाते हैं, आतंकी लोगों को मार देता है। सुष्मा ने पाकिस्तान पर ज़ोरदार तमाचा रसीद किया है जिसकी गूंज पाक को सुनाई देती रहेगी।अपने भाषण के अंत में उन्होंने विश्व में सभी के मंगल और कल्याण की कामना की। उन्होंने इसके लिए संस्कृत का श्लोक, “सर्वे भवन्तु सुखिन: सर्वे संतु निरामया, सर्वे भद्राणि पश्यन्तु, मा कश्तिद दुख भाग भवेत” भी उच्चारित किया।
सुष्मा ने पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र महासभा मे जो आज पिक्चर दिखाई थी उसका ट्रेलर तो कल भारत की फस्ट सैक्रेट्री ने अपने संबोधन कल दिखा दिया था