दिल्ली के सरकारी स्कूलों में गेस्ट टीचर्स की नियुक्तियों में हुआ घोटाला! उपराज्यपाल ने दिए जांच के आदेश
दिल्ली के मुख्यमंत्री वीके सक्सेना और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल साहब में छिड़ी तल्खी और तकरार बढ़ती जा रही है। दिल्ली सरकार के खिलाफ उपराज्यपाल ने शराब नीति,बस घोटाले के बाद एक और जांच के आदेश देकर दिल्ली सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। दिल्ली के उपराज्यपाल ने अब दिल्ली के सरकारी स्कूलों में गेस्ट टीचरों की नियुक्ति भी सवालों के घेरे में आ गई है।
उपराज्यपाल वी.के सक्सेना ने गेस्ट टीचर्स की नियुक्ति में अनियमितता और फर्जी शिक्षकों को वेतन देने में धन के गबन के मामले में विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं । वी के सक्सेना ने अपने तेवर साफ कर दिए हैं कि वह दिल्ली सरकार के सामने हथियार डालने वाले नही हैं ।
उपराज्यपाल की सचिव अंकिता मिश्रा बुंदेला ने मुख्य सचिव नरेश कुमार को पत्र लिखकर शिक्षा निदेशक को सभी अतिथि शिक्षकों के वेतन वापस लेने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश देने के लिए कहा और मामले में एक स्टेटस रिपोर्ट 30 दिनों के भीतर प्रस्तुत करने के निर्देश जारी किए गए हैं
सूत्रो की माने तो उपराज्यपाल फर्जी अतिथि शिक्षकों और धन के गबन के मामले को गंभीर रुख अख्तियार कर लिया है। वही इस मामले में माना जा रहा है कि यह फर्जीवाड़ा स्कूलों के प्रधानाचार्य व उप प्रधानाचार्यों / लेखा कर्मचारियों की मिलीभगत” और राजनितिके संरक्षण के संभव नहीं है ।
गौरतलब है कि ऑडिट टीम द्वारा नवंबर 2018 में पहली बार अनियमितताओं और विसंगतियों की बात सामने आई। 22 नवम्बर 2019 की रिपोर्ट के माध्यम से शुरुआती जांच में इस फर्जीवाड़े का पता चला । मामला चूंकि सरकारी धन के गबन का था, लिहाज़ा इसे भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) के सामने उठाया गया है