सरना ने सिख विद्वान ज्ञानी जोगिंदर सिंह के निधन पर जताया शोक ।
शिरोमणि अकाली दल दिल्ली (शिअदद) के अध्यक्ष और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व प्रधान परमजीत सिंह सरना ने आज सिख विद्वान ज्ञानी जोगिंदर सिंह वेदांती के असामयिक निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। सरना ने कहा की वेदांती जी के निधन से पूरे सिख कौम को भारी क्षति हुयी है। वह एक नेक निशान और महापुरुष थे।
एक जारी बयान में, श्री परमजीत सिंह सरना ने बताया कि जत्थेदार ज्ञानी जोगिंदर सिंह वेदांती एक ऐसे व्यक्ति थे जो न्याय और सच्चाई के लिए खड़े होते थे। उन्होंने कई किताबें लिखीं, और उनके लेख अक्सर समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में प्रकाशित होते थे। वे व्याकरण में इतने अच्छे थे कि वे गुरु ग्रंथ साहिब के एक-एक शब्द को अध्ययन करते थे । उन्होंने कहा कि अगर जत्थेदार वेदांती साहब को चलती -फिरती पंथक विश्वविद्यालय और गुरु ग्रंथ साहिब का विश्वकोश कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी।
सरना ने अपने साथ अतीत में हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि विपक्ष की बार-बार शिकायतो के बाद जत्थेदार वेदांती ने उन्हें चार बार अकाल तख्त पर बुलाया लेकिन वेदांती सच के साथ खड़े रहे और फर्जी आरोपो और शिकायतों को निष्कासित कर दिया। जत्थेदार के तौर पर उन्होंने अपनी भूमिका जिस तरह से निभायी वह विरले है।
सरना ने बताया की हम जत्थेदार वेदांती के शिष्टाचार और सिद्धांतों के पालन की प्रशंसा करते हैं । और छठे पतशाह गुरु हरगोबिंद साहिब जी के चरणों में प्रार्थना करते हैं कि वेदांती की दिवंगत आत्मा को उनके चरणों में आश्रय दें, और उनके परिवार को शोक के समय में धैर्य और हिम्मत दें।